झुंझुनूं-खेतड़ी(खेतड़ीनगर) : खेतड़ीनगर पुलिस ने बनवास के चिड़ावा बाइपास रोड के पास दस दिन पहले हुई चोरी का बुधवार देर शाम को खुलासा किया है। थानाधिकारी अजयसिंह शेखावत ने बताया 19 मार्च को चिड़ावा बाइपास के पास बनवास निवासी विक्रम पुत्र शेर सिंह निवासी जोड़ियां ने अपने मकान से सोने चांदी के गहने व पांच हजार रूपए नगद चोरी होने की रिपोर्ट दी थी। जिस पर एसपी मृदुल कच्छावा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बनवास में हुई चोरी के बाद पुलिस की टीम गठित की गई।
पुलिस टीम ने मकान के पास ही सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो उसमें एक हरियाणा नंबर की बाइक पर दो संदिग्ध बैठकर जाते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने बाइक के नंबरों के आधार पर हरियाणा के गुरुग्राम के मोटरसाइकिल शोरूम से जानकारी जुटाई तो वहां से फर्जी दस्तावेज देकर बाइक खरीदना बताया, लेकिन साथ ही जो कागजात लगाए गए थे। वह भिवानी के मुकेश शर्मा के नाम से लगे हुए थे। जब पुलिस ने भिवानी के मुकेश के पास पहुंचकर जानकारी जुटाई तो उसने बताया कि उसका साला जिम्मी उर्फ दीपक होमगार्ड में नौकरी करता है, उसको यह बाइक दी हुई है।
पुलिस जिम्मी के मकान पर पहुंची तो वहां एक युवक सोया हुआ था। पुलिस ने पूछताछ की तो उसने अपने आपको मनोज उर्फ मोनू पुत्र रोहतास अहिर निवासी धवाना थाना खोल रेवाड़ी का रहने वाला बताया। पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने बनवास में चोरी करना स्वीकार किया। जिस पर पुलिस ने आरोपी को चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया।
बनवास की चोरी के बाद एएसआई रामपत के नेतृत्व में पुलिस गठित टीम द्वारा गिरफ्तार किए गए मोनू उर्फ मनोज से पूछताछ में सामने आया है कि चोरी करने के दोनों मास्टरमाइंड है। हरियाणा सहित कई जगह इन्होंने चोरियां करना स्वीकार किया है। पुलिस द्वारा पूछताछ मे आरोपी ने बताया कि जिम्मी उर्फ दीपक पेचकस से ताले खोलने में माहिर है।
वहीं, चोरी की वारदात में शामिल आरोपी जिम्मी उर्फ दीपक की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दिल्ली व हरियाणा के कई जगह दबिश दी, लेकिन उसका अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।