झुंझुनूं-पिलानी : नरहड़ स्थित सूफी संत हजरत हाजिब शकरबार शाह की दरगाह में रमजान के मुबारक महीने में कई आयोजन होंगे। मुस्लिम धर्मावलंबियों के लिए नरहड़ दरगाह राजस्थान की दूसरी सबसे बड़ी दरगाह है। नरहड़ दरगाह के आस्ताने में इबादत करना रोजेदार बड़ी खुशनसीबी की बात समझते हैं। दरगाह में कल पहले रमजान से ही तमाम रस्मों की अदायगी की शुरुआत हो जाएगी। रहमत और बरकत के इस महीने में रोजेदार अल्लाह से मगफिरत की दुआ करके अपने सभी गुनाहों की माफी मांगते हैं। रमजान का महीना अमन-चैन, भाईचारे व साम्प्रदायिक सौहार्द का पैगाम देता है।
दरगाह में होंगे विशेष आयोजन
शुक्रवार को रमजान मुबारक की शुरुआत होगी। इस मौके पर बड़ी संख्या में रोजेदार पहले रोजे की शुरुआत करेंगे। रमजान के इस मुबारक महीने में दरगाह में कई आयोजन होंगे। दरगाह खादिम परिवार के सदस्य और दरगाह सेवा फाउंडेशन के निदेशक शाहिद पठान ने बताया कि रमजान के पूरे माह फाउंडेशन की तरफ से रोजा इफ्तार का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा 26वें रमजान को इफ्तार और सेहरी का विशेष आयोजन होगा।
इफ्तार और सेहरी के लिए कैलेंडर जारी किया
रमजान में पहला रोजा 13 घंटे 40 मिनट और अंतिम रोजा साढ़े 14 घंटे का होगा। रमजान में 23 मार्च को सबसे छोटा तो 21 अप्रैल को सबसे बड़ा रोजा होगा। दरगाह के शाही इमाम रियाजुद्दीन कादरी ने बताया कि इस बार पहले रोजे की सेहरी का अंतिम समय 5 बजकर 4 मिनट और इफ्तार का समय 6 बजकर 45 मिनट का होगा। जबकि आखिरी रोजे की सेहरी का अंतिम समय 4 बजकर 35 मिनट और इफ्तार का समय 7 बजकर 15 मिनट पर होगा। रमजान के शुरू होने और इफ्तार और सेहरी को लेकर कैलेंडर जारी कर दिया गया है। कैलेंडर के मुताबिक इस बार रमजान का रोजा 13 घंटे 40 मिनट से लेकर साढ़े 14 घंटे तक रखना पड़ेगा। शाही इमाम द्वारा रमजान में तरावीह की नमाज भी कराई जाएगी।