झुंझुनूं-खेतड़ी : जीण माता के लक्खी मेले के लिए ध्वज यात्रा:दरबार में चढाया जाएगा खेतड़ी का ध्वज, खेतड़ी के राजा अजीत सिंह की हैं कुलदेवी

झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी कस्बे में गुरुवार को जीण माता की शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। इस दौरान कस्बे के मुख्य मार्गों जीण माता के लक्खी मेले के लिए भव्य ध्वज यात्रा निकालकर पैदल यात्रियों का जत्था जीण माता के लिए रवाना हुआ। खेतड़ी कस्बे से जाने वाला ध्वज जीण माता के दरबार में चढ़ाया जाएगा।

परंपरा के अनुसार सैकड़ों साल पहले जीण माता के मंदिर में खेतड़ी का निशान चढ़ाया गया था। उसी परंपरा का निर्वाह आज भी कस्बे वासी करते आ रहे हैं। खेतड़ी के राजा अजीत सिंह और उनके पूर्वजों की जीण माता कुलदेवी है, जिसको लेकर खेतड़ी ठिकाने के समय में सबसे पहले खेतड़ी का निशान जीण माता को अर्पित किया जाता था। उसके बाद मेले का शुभारंभ किया जाता था। वही परंपरा आज भी पूरे क्षेत्र में मनाई जा रही है।

परंपरा के अनुसार सबसे पहले कस्बे में मुख्य स्थानों पर रात्रि भजन संध्या का आयोजन कर जीण माता का डंका बजाया जाता है। उसके बाद पहले नवरात्रा को माता की पूजा के पश्चात भव्य कस्बे में ध्वज यात्रा निकालकर शोभायात्रा निकाली जाती है और पैदल यात्रियों का जत्था जीण माता मंदिर के लिए रवाना हो जाता है। यात्रा में सम्मिलित हुए नगर पालिका पार्षद लीलाधर सैनी ने बताया कि खेतड़ी ठिकाने के समय से यह एक अनोखी परंपरा चली आ रही है। सबसे पहले खेतड़ी का निशान जीण माता के मंदिर में चढ़ाया जाता है। उसके बाद लक्खी मेले का शुभारंभ होता है।

वहीं परंपरा आज भी खेतड़ी के ग्रामीण निभा रहे हैं। खेतड़ी नरेश राजा अजीत सिंह स्वामी विवेकानंद को भी जीण माता के दर्शन के लिए ले जाया करते थे। जब स्वामी विवेकानंद खेतड़ी आते थे अक्सर वे घोड़े पर सवार होकर जीण माता के दर्शन के लिए राजा अजीत सिंह के साथ जाया करते थे। कस्बे में निकाली गई। भव्य शोभायात्रा कस्बे के मुख्य बस स्टैंड, अंबे मार्केट, सब्जी मंडी, करोल बाजार, शनि मंदिर, अजीत अस्पताल होते हुए जीण माता के लिए रवाना हुई। इस मौके पर पार्षद राहुल सैनी, अमित सैनी, सुनील सैनी, कन्हैया लाल, सुधीर गुप्ता, नवल किशोर पारीक, महेंद्र पारीक, अनिल गुप्ता, राहुल सहित अनेक लोग मौजूद थे।

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