झुंझुनूं-खेतड़ी : दिल्ली से तीन महीने पहले लापता हुआ नेपाली मंदबुद्धि बालक:रास्ता भटककर खेतड़ी पहुंचा, पुलिस ने बहन को किया सुपुर्द

झुंझुनूं-खेतड़ी : खेतड़ी पुलिस ने दिल्ली से तीन माह पूर्व गुम हुए एक नेपाली मंदबुद्धि बालक को उसके परिजनों से मिलवाया है। बच्चे के परिजनों के मिलते परिजनों के चेहरे खिल उठे और पुलिस ने बच्चे को उसकी बहन के सुपुर्द किया है। सीआई विनोद सांखला ने बताया कि नेपाल का एक मंदबुद्धि बालक दिल्ली से भटककर खेतड़ी आ गया था जिसे उसके परिजनों से मिलवाया है।

पुलिस ने बताया कि तीन माह पहले नवराज पुत्र नरदेव दोधारा, चांदनी कंचनपुर नेपाल निवासी युवक की बहन महीगिरी व जीजा रमेश दिल्ली के उत्तम नगर की एक सरकारी स्कूल में सफाई का कार्य करते हैं। उसका जीजा रमेश अपनी बहन की शादी में नेपाल गया हुआ था। जिस पर नवराज उसके के साथ नेपाल से 12 दिसंबर को दिल्ली आ गया था। नवराज की मौसी भी दिल्ली में रहती है तो नवराज उससे मिलने के लिए पैदल निकल गया था, जो वापस लौट कर नहीं आया। काफी जगह तलाश करने पर उसका कोई सुराग नहीं लगा जिस पर बहन महीगिरी ने दिल्ली गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी।

सीआई सांखला ने बताया कि युवक ट्रक व बस में सवार होकर पैदल खेतड़ी की तरफ आ गया था, जिसे खेतड़ी के सचिन होटल संचालक रामनिवास पुत्र बनवारी लाल ने अपने होटल में शरण देकर खाना खिलाया और पुलिस को सूचना दी। नाबालिग युवक की भाषा नेपाली होने के कारण वह पहचान नहीं कर पाए, जिस पर उन्होंने एसपी मृदुल कच्छावा को घटना की सूचना दी। एसपी ने राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान ऑपरेशन खुशी छह के तहत बालक के परिजनों की तलाश में एक विशेष टीम का गठन किया।

वहीं, एचसी दिनेश कुमार ने सोशल मीडिया पर नाबालिक मंदबुद्धि बालक की फोटो व सूचना साझा की। जिसके जरिए परिजनों को खेतड़ी में नवराज के होने की सूचना मिली तो उन्होंने पुलिस से जानकारी जुटाई। परिजनों के खेतड़ी आने पर पूरे मामले की जांच कर सीआई विनोद सांखला ने मंदबुद्धि बालक नवराज को बहन माहीगिरी के सुपुर्द किया। इस मौके पर सीआई विनोद सांखला,एचसी राजकुमार, एचसी दिनेश कुमार, कॉन्स्टेबल राकेश चौधरी, दिनेश कुमार, रणधीर सिंह, होटल संचालक रामनिवास आदि मौजूद थे।

Web sitesi için Hava Tahmini widget