Nirmal Choudhary: राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष को चांटा मारने वाले महासचिव अरविंद जाजड़ा का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट हुआ है। इस वीडियो में उन्होंने अध्यक्ष को (Nirmal Choudhary) मारने की वजह बताई। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ अध्यक्ष बिना निमत्रंण के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
अरविंद ने वीडियो पोस्ट कर लगाए आरोप
आज महारानी महाविधलाय के घटनाक्रम के पीछे की सच्चाई।#arvindjajraru pic.twitter.com/utHFYbcQIg
— Arvind Jajra (@arvindjajra2) January 23, 2023
अरविंद जाजड़ा ने एक पोस्ट शेयर करते हुए इस बात का प्रमाण दिया की निर्मल चौधरी (Nirmal Choudhary) बिना न्योते के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। पोस्ट हुए वीडियो में अरविन्द ने कहा की ये घटना असामाजिक तत्वों, निर्मल के कार्यकर्ताओं की बदतमीजी और निर्मल के अहंकार के कारण हुई। जिसके साथ निर्मल पर कई आरोप भी लगाए।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री भी थे मौजूद
हा आहे अभाविपचा कर्मकांड, उघड गुंडगिरी आणि मारामारी!!
राजस्थान विद्यापीठ विद्यार्थी संघटनेचे अध्यक्ष @NirmlChoudhary यांच्यावर हल्ला आणि गैरवर्तनाची घटना अत्यंत दुर्दैवी, निषेधार्ह आहे.
#महाराणीकॉलेज #निर्मलचौधरी@ABVPVoice pic.twitter.com/SQDMYa2aiF
— Maharashtra Youth Congress (@IYCMaha) January 24, 2023
सोमवार को महारानी काॅलेज में छात्रसंघ अध्यक्ष के कार्यालय का उद्घाटन का कार्यक्रम था। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा संघ के प्रांत प्रमुख भी बतौर अतिथि मौजुद थे। इसी दौरान महासचिव अरविंद जाजड़ा ने मंच पर पहुंचे छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चैधरी को चांटा मार दिया। इसके बाद दोनों के समर्थक भी आपस में भिड़ गए।
युवाओं से साक्षात्कार मेरे सार्वजनिक जीवन का अहम हिस्सा
इस घटना के समय केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी मंच पर मौजूद थे। सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए केंद्रीय मंत्री ने लिखा ‘जयपुर के महारानी महाविद्यालय में छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन के कार्यक्रम में शामिल हुआ। युवाओं से निरंतर साक्षात्कार मेरे सार्वजनिक जीवन का अहम हिस्सा है। यहां छात्र संघ अध्यक्ष सुश्री मानसी वर्मा के आत्मविश्वासपूर्ण भाषण ने अत्यंत प्रभावित किया।’
हो सकती है उच्च स्तरीय जांच
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में हुए इस पूरे घटनाक्रम को मंत्री की सुरक्षा में चूक का सवाल भी हो रहा है। ऐसे में इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो सकती है। इससे पहले भी ऐसे कई मामलों में गृह मंत्रालय की ओर से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई है।