झुंझुनूं : राजस्थान के झुंझुनूं जिला मुख्यालय स्थित शहीद स्मारक का सौंदर्यकरण तीन माह में ही जवाब देने लगा है। नगर परिषद ने शहीद स्मारक का जीर्णाद्धार व सौन्दर्यकरण का कार्य किया है। परिषद का दावा है कि इस पर उन्होंने 67 लाख व 21 हजार रुपए खर्च किए हैं। इसका लोकार्पण परिवहन एवं सड़क सुरक्षा राज्य मंत्री बृजेन्द्र ओला ने ऑनलाइन 26 सितम्बर 2022 को किया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता सभापति नगमा बानो ने की थी। तब दावा किया था कि 67.21 लाख रुपए से शहीद स्मारक की कायापलट हो गई है।स्मारक अब पहले से ज्यादा खूबसूरत नजर आएगा। लेकिन हकीकत कुछ अलग है। पार्क में लगाए गए अनेक पेड़ सूख गए हैं। फुटपाथ भी नया नहीं बनाया गया। वह भी बरसों पुराना ही है। कुर्सियां भी पुरानी ही रखी हुई है। कुछ पुरानी कुर्सियों के ऊपर बरसात व धूप से बचने के लिए छतरी जरूर बनाई गई है। खास बात तो यह है कि यह स्मारक ऐसी जगह बना हुआ है जहां आस-पास आला अधिकारी रहते हैं। कलक्ट्रेट सहित सभी बड़े दफ्तर इसके पास ही हैं। सर्किट हाउस भी कुछ मीटर की दूरी पर है। फिर भी ऐसे हाल होना अनेक सवाल उठा रहा है।
झरना बंद
स्मारक के कौने में कृत्रिम छोटा से झरना बनाया गया था। पहाड़ी का रूप बनाया गया था। अब एक माह से झरना बंद पड़ा है। हालत यह है कि झरने के लिए पानी भरने की जगह भी सूखी पड़ी है।
स्मारक के कौने में कृत्रिम छोटा से झरना बनाया गया था। पहाड़ी का रूप बनाया गया था। अब एक माह से झरना बंद पड़ा है। हालत यह है कि झरने के लिए पानी भरने की जगह भी सूखी पड़ी है।
पढऩे में नहीं आते नाम
मुख्य स्मारक के चारों तरफ स्टैंड बनाया गया है। इस पर जिले के शहीदों के नाम अंकित हैं। लेकिन यह नाम इस प्रकार लिखे हुए हैं ना तो स्पष्ठ रूप से यह दोपहर में नजर आते हैं ना ही शाम को। नाम गहरे नहीं हैं। अनेक नाम तो अभी से अस्पष्ठ होने लग गए हैं।
मुख्य स्मारक के चारों तरफ स्टैंड बनाया गया है। इस पर जिले के शहीदों के नाम अंकित हैं। लेकिन यह नाम इस प्रकार लिखे हुए हैं ना तो स्पष्ठ रूप से यह दोपहर में नजर आते हैं ना ही शाम को। नाम गहरे नहीं हैं। अनेक नाम तो अभी से अस्पष्ठ होने लग गए हैं।
सौलर लाइट गायब
स्मारक में प्रवेश करते ही मुख्य मार्ग पर दोनों तरफ सौलर लाइट लगी हुई थी। यह दिन में सूर्य की रोशनी से चार्ज होती थी व शाम होते ही अपने आप जल जाती थी। लेकिन इनको लोहे की पाइप से सही तरीके से नहीं जोड़ा गया। अब एक दर्जन से अधिक सौलर लाइट गायब हो गई है। इसकी गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। चोरी की रिपोर्ट भी नहीं दर्ज करवाई जा रही।
स्मारक में प्रवेश करते ही मुख्य मार्ग पर दोनों तरफ सौलर लाइट लगी हुई थी। यह दिन में सूर्य की रोशनी से चार्ज होती थी व शाम होते ही अपने आप जल जाती थी। लेकिन इनको लोहे की पाइप से सही तरीके से नहीं जोड़ा गया। अब एक दर्जन से अधिक सौलर लाइट गायब हो गई है। इसकी गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं। चोरी की रिपोर्ट भी नहीं दर्ज करवाई जा रही।
खुले पड़े हैं बिजली के तार
घुसते ही एक निजी बैंक ने अपने प्रचार के लिए बड़ा से ग्लोसाइन बोर्ड लगा दिया है। इसके हरे रंग के तार भी दांई तरफ खुले में पड़े हुए हैं। इसके अलावा खतरा लिखा हुआ बिजली का बडा बॉक्स भी खुला पड़ा हुआ है। इसके भी अनेक तार बाहर निकले हुए हैं।
घुसते ही एक निजी बैंक ने अपने प्रचार के लिए बड़ा से ग्लोसाइन बोर्ड लगा दिया है। इसके हरे रंग के तार भी दांई तरफ खुले में पड़े हुए हैं। इसके अलावा खतरा लिखा हुआ बिजली का बडा बॉक्स भी खुला पड़ा हुआ है। इसके भी अनेक तार बाहर निकले हुए हैं।
यह बोले अधिकारी
कल टीम को मौके पर भेजकर जांच करवाऊंगा। लाइट कैसे गायब हुई। जो भी सही नहीं है उनको सही करवाया जाएगा।दिलीप पूनिया, आयुक्त नगर परिषद