सिंघाना : सिंघाना से कुठानिया जाने वाली सड़क क्षतिग्रस्त होने को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने घटिया सामग्री का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया है। इस दौरान ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क को दुरुस्त करने और अधर में ही छोड़ी गई सड़क को पूरा कराने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि सिंघाना मुख्य सड़क माकड़ो मोड़ से सरकार द्वारा तीन किलोमीटर की सड़क आरआईडीएफ योजना में बनाने के स्वीकृति जारी की गई थी। जिस पर ठेकेदार ने सड़क बनाने का काम शुरू किया था। जिसमें तीन माह पहले ही पांच सौ मीटर की सीसी सड़क बनाई गई थी। उसके बाद काम को बंद कर दिया गया था।
इस दौरान ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ठेकेदार द्वारा बनाई गई पांच सौ मीटर की सीसी सड़क में घटिया सामग्री का उपयोग करने से सड़क तीन माह में ही क्षतिग्रस्त हो गई और सड़क में जगह-जगह गड्ढे हो गए। वहीं आगे की सड़क को अधर में ही बिना बनाए ही छोड़ दिया गया। सड़क का निर्माण कार्य अधर में छोड़ देने के बाद निर्माण करने वाले ठेकेदार ने दस लाख रुपए का बिल पीडब्ल्यूडी विभाग को उपलब्ध कराया गया था। जिस पर पीडब्ल्यूडी विभाग ने करीब दस प्रतिशत का भुगतान भी कर दिया। इसके बाद पीडब्ल्यूडी विभाग ने माकड़ो मोड़ से तीन किलोमीटर आगे की सड़क बनाने के लिए स्वीकृति जारी की गई है और उसके टेंडर भी हो चुके हैं। जिसका जल्द ही सड़क का निर्माण कार्य शुरू करवाया जाएगा।
विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार ने सड़क के निर्माण कार्य में लापरवाही बरतते हुए सड़क में निर्धारित मापदंड के अनुसार सामग्री का उपयोग नहीं किया। जिसके चलते तीन माह में सड़क टूट जाने से ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि यदि जल्द ही सड़क को दुरुस्त नहीं करवाया गया तो ग्रामीणों की ओर से विरोध प्रदर्शन कर आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान ग्रामीणों ने सड़क का कार्य करने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग भी की है। इस मौके पर सुनील बागड़ी, कालू, दिनेश कुमार, कार्तिक, बाबूलाल, सतीश कुमार, रमेश चंद, विकास, रोहतास, पप्पू, केदारमल, राधेश्याम जांगिड़ सहित अनेक लोग मौजूद थे।