झुंझुनूं : ग्रामीण डाकसेवक भर्ती में फर्जी मार्कशीट से नौकरी हासिल करने का मामला सामने आया है। मामला पकड़ में आने के बाद आरोपी युवक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। जानकारी के अनुसार इस साल 6 मई को डाक विभाग की और से ग्रामीण डाकसेवकों की भर्ती निकाली थी। इस भर्ती में चयन का आधार मैट्रिक परीक्षा में प्राप्तांक प्रतिशत रखा गया था।
इस कारण प्रदेश में कई युवाओं ने दसवीं की फर्जी अंकतालिका बनाकर उसमें अच्छे अंक दर्शा लिए। पिछले दिनों हुई दस्तावेज जांच में यह फर्जीवाड़ा पकड़ में आ गया।
ऐसा ही एक मामला झुंझुनूं में भी सामने आया है। अरड़ावता निवासी विकास मीणा ने ग्रामीण डाकसेवक के लिए 5 जून को ऑनलाइन आवेदन किया था। उसमें उसने अपनी चेन्नई बोर्ड की अंकतालिका में 97.83 प्रतिशत अंक दर्शाए थे। इस अंक तालिका के आधार पर उसका ग्रामीण डाकसेवक ठिचौली के रिक्त पद पर चयन हो गया।
उसने 12 अगस्त को डाक अधीक्षक झुंझुनूं कार्यालय में उपस्थित होकर मूल दस्तावेज पेश किए। शक होने पर डाक विभाग ने इस अंक तालिका की जांच कराई तो यह फर्जी निकली। इसके बाद डाक अधीक्षक रामावतार सोनी ने कूट रचित दस्तावेज पेश करने का मामला दर्ज कराया है। कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रदेश में और भी कई मामले आ चुके हैं सामने
दसवीं में प्राप्तांक के आधार पर ग्रामीण डाकसेवक की भर्ती चयन का आधार होने पर कई युवाओं ने फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी का प्रयास किया। शक होने पर डाक विभाग की जांच में करौली, सपोटरा, गोविंदगढ़ निवासी कई युवाओं के खिलाफ फर्जी अंक तालिका सामने आने पर पुलिस में मामले दर्ज हुए हैं।