झुंझुनूं : जनहितकारी योजनाओं में जनाधार की अनिवार्यता इन दिनों छात्रों सहित आम-लोगों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। राज्य सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने हाल ही में नया पोर्टल 2.0 प्रारम्भ किया है, जिसे अपडेट होने में समय लग रहा है।
पोर्टल के काम नहीं करने से न तो जन आधार डाउनलोड हो रहा, न ही मुखिया और सदस्य का नाम जुड़ पा रहा है। गलती से कोई जानकारी अपडेट हो भी जाए तो ग्रामीण क्षेत्र में पहले ग्राम सचिव, इसके बाद विकास अधिकारी से सत्यापित होने के बाद जयपुर आवेदन जाता है और उसके बाद संशोधन होता है।
साथ ही शहरी क्षेत्र में नगर पालिका में पहले आवेदन ईओ के पास, इसके बाद उपखंड अधिकारी से सत्यापित होने के बाद जयपुर जाने के बाद संशोधन होता है। ये पूरी प्रक्रिया तीन चरणों में होती है, जिसमें समय लग जाता है।
पोर्टल की समस्या से बच्चे, युवा और बूढ़े सभी परेशान हैं। इन दिनों भरे जा रहे स्कूल और कॉलेजों के स्कॉलरशिप आवेदन अटके हुए हैं। स्कूली और कॉलेज बच्चों के स्कॉलरशिप की अंतिम तिथि नजदीक है। समय से अपडेट नहीं होने से छात्रों को स्कॉलरशिप से वंचित रहने का डर सता रहा है।
इसके अलावा इन दिनों भरे जा रहे नौकरी के आवेदन में ओटीआर नहीं होने से आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, विवाह प्रमाण पत्र आदि भी नहीं बन पा रहे हैं। पेंशन का आवेदन भी बुजुर्ग नहीं कर पा रहे हैं।