नई दिल्ली : भारतीय प्रशासनिक सेवा की वरिष्ठ अधिकारी और वर्तमान में हरियाणा सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव सचिव सुमिता मिश्रा की किताब ‘लम्हों की शबनम’ काफी पसंद की जा रही है। ‘लम्हों की शबनम’ कविताओं का संग्रह है।
ऑनलाइन बिक्री के लिए उपलब्ध होने के महज़ कुछ घंटों के भीतर ही ‘लम्हों की शबनम’ पुस्तक बेस्टसेलर रैंकिंग में आ गयी है। इस तरह का प्यार बहुत कम पुस्तकों को नसीब होता है। पुस्तक ‘लम्हों की शबनम’ डॉ. मिश्रा की व्यक्तिगत संवेदनाओं का दस्तावेज है। काम के दौरान लगातार व्यस्तताओं के बीच के अनुभवों को शब्दों में बांधने का काम कवयित्री मिश्रा ने किया है।
डॉ. मिश्रा की अब तक पाँच पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। प्रखर प्रशासनिक अधिकारी के अलावा साहित्य जगत में अपनी अद्वितीय पहचान बनाने वाली डॉ. सुमिता मिश्रा की पढ़ाई अर्थशास्त्र को लेकर हुई है। यह आश्चर्य की बात है कि एक अर्थशास्त्री मन कवि हृदय में परिवर्तित हो गया।