राजस्थान : गुजरात चुनाव तक राजस्थान में अब सियासी संकट टलता हुआ नजर आ रहा है। इसकी बड़ी वजह राहुल गांधी के राजस्थान के गर्वनेंस मॉडल की सराहना करना है। राहुल गांधी ने गुजरात चुनाव को लेकर ट्वीट किया। इसमें उन्होंने संविदाकर्मियों को पक्की नौकरी, पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल और समय पर प्रमोशन करने के 3 वादों की बात करते हुए लिखा कि राजस्थान में लागू किया, अब गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनते ही कर्मचारियों को उनका हक मिलेगा।
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद इसके सियासी मायने निकाले जाने शुरू हो गए हैं। राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद अशोक गहलोत समर्थकों ने इसका प्रचार शुरू कर दिया है। वहीं दूसरी ओर पायलट समर्थक इस पर ज्यादा रिएक्ट करने से बच रहे हैं। यह भी स्पष्ट हो गया है कि गुजरात चुनाव के प्रचार को लेकर कांग्रेस इसी फॉर्मूले पर जाएगी। ओल्ड पेंशन स्कीम और संविदाकर्मियों को पक्की नौकरी गुजरात चुनाव में कांग्रेस के सबसे बड़े हथियार होंगे।
गुजरात चुनाव और भारत जोड़ो यात्रा तक गहलोत को खतरा नहीं
राहुल गांधी के इस ट्वीट के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि कम से कम गुजरात चुनाव और कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान से गुजरने तक सीएम अशोक गहलोत की कुर्सी को खतरा नहीं है। इसकी बड़ी वजह गहलोत सरकार की ओर से राजस्थान में लागू की गई ये तमाम योजनाएं हैं। जिन्हें लेकर कांग्रेस गुजरात में चुनाव प्रचार में उतर रही है। ऐसे में कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व गुजरात चुनाव से पहले राजस्थान में किसी भी किस्म का बदलाव नहीं करना चाहेगा। इसके अलावा 20 दिसम्बर तक राजस्थान से भारत जोड़ो यात्रा भी गुजरेगी।
गहलोत बोले : कांग्रेस राहुल गांधी का हर वादा पूरा कर रही
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद अशोक गहलोत ने उसे री-ट्वीट करते हुए लिखा कि ”राजस्थान में कांग्रेस सरकार 2018 के विधानसभा चुनावों में तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा किए गए हर वादे को पूरा कर रही है। किसान कर्जमाफी, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, संविदाकर्मियों का नियमितीकरण, बेरोजगारी भत्ता समेत तमाम वादे पूरे किए जा चुके हैं। कांग्रेस पार्टी की सामाजिक सुरक्षा की सोच को ध्यान में रखकर चिरंजीवी योजना, ओल्ड पेंशन स्कीम, इन्दिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना, इन्दिरा रसोई, इन्दिरा मातृत्व पोषण योजना, उड़ान योजना जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं लागू की गईं हैं। आगे भी जनहित के ऐसे कामों को आगे बढ़ाते रहेंगे।”
प्रेशर पॉलिटिक्स के बाद दूसरी बार गहलोत की तारीफ
राहुल गांधी ने राजस्थान में 25 सितम्बर को हुई प्रेशर पॉलिटिक्स के बाद दूसरी बार अशोक गहलोत की गर्वनेंस की तारीफ की है। इससे पहले इनवेस्टर समिट के दौरान उद्योगपति गौतम अडानी को बुलाने को लेकर जब बीजेपी ने गहलोत को घेरा तब भी राहुल गहलोत के समर्थन में उतरे थे। उन्होंने कहा था कि राजस्थान सरकार ने गौतम अडानी को वैसा ही ट्रीटमेंट दिया जैसा दूसरों को दिया। मगर राजस्थान सरकार अगर उन्हें विशेष या गलत तरीके से फायदा पहुंचाने की कोशिश करती है तो मैं उनके भी खिलाफ रहूंगा।
बजट पेश करने के भी संकेत दे रहे हैं गहलोत
अगले साल कांग्रेस सरकार का पांचवा और अंतिम बजट होगा। वर्तमान सरकार में अब यही अंतिम महत्वपूर्ण गतिविधि है जो गर्वनेंस के लिहाज से जरूरी है। गुजरात और भारत जोड़ो चुनाव के बाद अगला बजट ही बेहद महत्वपूर्ण है। वहीं पिछले एक महीने से गहलोत लगातार यह संकेत भी देते रहे हैं कि वे ही अगला बजट पेश करेंगे। ऐसे में अगर कोई बड़ा सियासी उलटफेर नहीं हाेता है तो गहलोत के लिए अगले कुछ महीने संकटभरे नजर नहीं आते हैं।