झुंझुनूं (उदयपुरवाटी) : राजस्थान का एक और जवान शहीद:टीए में धोनी के साथ की थी ट्रेनिंग, 11 साल पहले हुए थे भर्ती

झुंझुनूं (उदयपुरवाटी) : राजस्थान का एक और जवान जय सिंह शहीद हो गया। शहीद जवान झुंझुनूं के उदयपुरवाटी में गुढ़ागौड़जी के दुड़िया गांव के रहने वाले थे। वे 106 पैरा (टीए) एयरबोर्न बेंगलुरु सेंटर में तैनात थे। जयसिंह का आज सुबह फिजिकल टेस्ट चल रहा था। इस दौरान वे अचेत होकर गिर गए। उन्हें बेंगलुरु के आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया। डॉक्टर ने बताया कि जवान का निधन हार्ट अटैक से हो गया। शुक्रवार को पैतृक गांव दुड़िया में सैन्य सम्मान से शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

धोनी के साथ जम्मू में ली थी ट्रेनिंग
दुड़िया गांव के ताराचंद बांगड़वा के बेटे जय सिंह 11 साल पहले 16 दिसंबर 2011 को 106 पैरा (टीए) एयरबोर्न यूनिट में भर्ती हुए थे। 2013 तक बेंगलुरु की इसी यूनिट में अपनी ट्रेनिंग पूरी की। इसके बाद वे 6 साल तक जम्मू के खुनमू क्षेत्र में तैनात रहे। जम्मू में जिस यूनिट में जय सिंह रहे, उसी में में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (लेफ्टिनेंट कर्नल) ने ट्रेनिंग ली थी। जवान जय सिंह के साथी नरेंद्र सिंह ने बताया कि जय सिंह ने महेंद्र सिंह धोनी के साथ ट्रेनिंग जुलाई 2019 में ली थी। वे उनके यादगार पल थे।

शहीद जयसिंह को बेंगलुरु में रूटीन फिजिकल टेस्ट के दौरान ही हार्ट अटैक आ गया था। आर्मी अस्पताल में उनका निधन हो गया। शुक्रवार को पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचेगा।
शहीद जयसिंह को बेंगलुरु में रूटीन फिजिकल टेस्ट के दौरान ही हार्ट अटैक आ गया था। आर्मी अस्पताल में उनका निधन हो गया। शुक्रवार को पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचेगा।

धोनी 31 जुलाई 2019 को अपनी यूनिट 106 पैरा टीए में खुनमू पहुंचे। खुनमू श्रीनगर के पास ही है। पांच दिन धोनी ने अपनी यूनिट के साथ ही ट्रेनिंग की और जवानों से इंटरेक्शन किया।

30 नवंबर को छोटे भाई की मूर्ति का होना था अनावरण
जय सिंह के छोटे भाई पिंटू कुमार बांगड़वा भी इसी यूनिट में भर्ती हुए थे। रूटीन ट्रेनिंग के दौरान पिंटू जंप के दौरान घायल हो गए थे। उन्हें रीढ़ की हड्डी में गहरी चोट लगी थी। पिछले साल 30 नवंबर 2021 को पिंटू शहीद हो गए थे। इसी साल दुड़िया गांव 30 नवंबर को शहीद पिंटू की प्रतिमा का अनावरण होने वाला था। बांगड़वा परिवार ने एक साल के अंदर दो जवान बेटे खो दिए।

भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को सेना ने लेफ्टिनेंट कर्नल का पद दिया था। उन्होंने अपनी ट्रेनिंग जम्मू में की थी। इसी टुकड़ी में जयसिंह भी शामिल थे।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को सेना ने लेफ्टिनेंट कर्नल का पद दिया था। उन्होंने अपनी ट्रेनिंग जम्मू में की थी। इसी टुकड़ी में जयसिंह भी शामिल थे।

फिजिकल टेस्ट के दौरान आया अटैक
दुड़िया गांव के सरपंच प्रतिनिधि प्रह्लाद बांगड़वा ने बताया कि बेंगलुरु में आर्मी सेंटर पर गुरुवार को शाम 4 बजे जय सिंह का फिजिकल टेस्ट चल रहा था। इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई। वे अचानक अचेत होकर गिर पड़े। उन्हें आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां उनका निधन हो गया। उन्होंने बताया कि शहीद जय सिंह की पार्थिव देह गुरुवार देर रात गुढागौड़जी पहुंच गई। शहीद जय सिंह के सम्मान के लिए जाट रेजिमेंट गुढ़ागौड़जी पहुंच चुकी है। शुक्रवार सुबह 8 बजे संस्कार स्कूल से तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। तिरंगा यात्रा के साथ पार्थिव देह गांव पहुंचेगी, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।

शहीद जय सिंह के छोटे भाई पिंटू सिंह भी सेना में थे। ट्रेनिंग एक्टिविटी के दौरान वे जख्मी हो गए थे। उनकी रीढ़ की हड्‌डी में गंभीर चोट लगी। काफी समय तक उनका इलाज चला। आखिर वे शहीद हो गए थे। दुड़िया गांव में उनका स्मारक भी बन रहा है, जिस पर 30 नवंबर को प्रतिमा अनावरण होना है।
शहीद जय सिंह के छोटे भाई पिंटू सिंह भी सेना में थे। ट्रेनिंग एक्टिविटी के दौरान वे जख्मी हो गए थे। उनकी रीढ़ की हड्‌डी में गंभीर चोट लगी। काफी समय तक उनका इलाज चला। आखिर वे शहीद हो गए थे। दुड़िया गांव में उनका स्मारक भी बन रहा है, जिस पर 30 नवंबर को प्रतिमा अनावरण होना है।

7 साल की बेटी
जय सिंह के एक भाई और एक बहन है। 7 साल की एक बेटी है। जय सिंह के छोटे भाई पिंटू कुमार इसी बटालियन में थे। जिनका 30 नवंबर 2021 को निधन हो गया था। परिवार ने मैलाना जोहड़ के पास खेत में मकान बना रखा है। ताराचंद बांगड़वा के दोनों बेटाें ने देश के लिए शहादत दे दी।

13 दिन पहले सैन्य अभ्यास में शहीद हुए थे झुंझुनूं के सुमेर सिंह
झुंझुनूं के उदयपुरवाटी इलाके के 13 दिन में यह दूसरी शहादत है। 13 दिन पहले उत्तरप्रदेश के बबीना में युद्धाभ्यास के दौरान टैंक की बैरल फटने से दो जवान शहीद हुए थे। इनमें से एक सुमेर सिंह राजस्थान के झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी के थे। उदयपुरवाटी के गुढ़ा बावनी निवासी सुमेर सिंह साल 1998 में सेना में भर्ती हुए थे। वे 55 आर्म्ड फोर्स में तैनात थे और उत्तरप्रदेश के बबीना में पोस्टेड थे। जहां युद्धाभ्यास के दौरान वे शहीद हो गए। सुमेर सिंह के साथ ही पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के गांव हरन पुकुरिया निवासी गनर सुकांता मंडल भी शहीद हो गए थे।

13 दिन पहले ही झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से जवान सुमेर सिंह शहीद हो गए थे। वे सैन्य अभ्यास में शहीद हुए।
13 दिन पहले ही झुंझुनूं के उदयपुरवाटी से जवान सुमेर सिंह शहीद हो गए थे। वे सैन्य अभ्यास में शहीद हुए।

45 दिन पहले ही छुट्‌टी से लौटे थे
सुमेर सिंह 45 दिन पहले ही छुट्‌टी से ड्यूटी पर लौटे थे। दो दिन पहले उन्होंने फोन पर बताया था कि वे दीपावली पर घर आएंगे। इस पर बच्चों ने उन्हें अपनी फरमाइश भी बताई थी। उन्होंने वादा किया था कि वे सबके लिए कुछ न कुछ लेकर आएंगे।

देश और दुनिया की ताज़ा खबरें सबसे पहले जनमानस शेखवाटी पर फॉलो करें जनमानस शेखवाटी को और डाउनलोड करे–जनमानस शेखवाटी की एंड्राइड एप्लिकेशन. फॉलो करें जनमानस शेखवाटी को फेसबुकयूट्यूबटिवीटर वेब न्यू.

Web sitesi için Hava Tahmini widget