जयपुर : पूरी कीमत चुकाने के बाद भी ठगा सा महसूस करने वाले उपभोक्ता को इस बार सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी की ओर से जारी किए गए सिक्कों से राहत मिली है। यह सिक्के पूरी तरह शुद्ध है और शहर के अधिकांश ज्वैलर्स के पास उपलब्ध है। सिक्के शुद्ध के कारण इस बार सुरसा के मुंह की तरह लगातार बढ़ती जा रही महंगाई में भी त्योहारी खरीदारी से चांदी का सिक्का तेजी से खनक रहा है। दरअसल, दिवाली की खरीदारी में सिक्के का अहम स्थान है। इसीलिए पिछले एक साल की तुलना में डेढ़ गुना महंगा होने के बावजूद सिक्का चांदी की ग्राहकी का सिरमौर बना हुआ है। सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी के अध्यक्ष कैलाश मित्तल ने बताया कि सर्राफा बाजार में सिक्के की मांग में आई तेजी से आम ग्राहक तो क्या खुद व्यापारी भी ताज्जुब में है। इस साल राज्य में लगभग बीस हजार किलोग्राम चांदी सिक्के बनने के लिए उपयोग में ली जाएगी। जयपुर में लगभग 5000 किलोग्राम चांदी के सिक्के बनाए जाएंगे। पिछले दो माह की तुलना में चांदी की कीमत में नरमी आई है। 67,000 रुपए किलो से 10,000 रुपए घटकर लगभग 57,000 रुपए किलो पहुंच गई है, जिससे भी बाजार में खरीदारी बढ़ी है।
शहर में कई जगह ग्राहकों को महंगी चांदी के कारण कॉपर और केडियम युक्त सिक्के भी दिए जा रहे है। इससे बचने के लिए सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी की ओर से एसटीसी लिखे हुए सिक्के जारी किए गए है। कमेटी से खरीदा हुआ सिक्का पूरी तरह शुद्ध है और इसकी जिम्मेदारी कमेटी की होती है।
कमेटी की ओर से जारी किए गए सिक्कों में कमेटी का नाम व चिन्ह लगा हुआ दिखाई देगा। यह सिक्के शहर के सभी ज्वैलर्स के पास उपलब्ध है।
कमेटी ने चांदी में दो तरह के सिक्के जारी किए है। गोल और चकौर। यह 5,10,20,50,100,250,500 और एक किलोग्राम में उपलब्ध है। यह चांदी के भावों में आए परिवर्तन के चलते इनके दाम भी घटते बढ़ते रहते है।
सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी की ओर से सोने में सिर्फ गोल सिक्के जारी किए गए है। यह 1,2,4,5,8,10,20,50 और 100 ग्राम में उपलब्ध होंगे। इनके भाव भी बढ़ते घटते रहते है।