तिरुवनंतपुरम (केरल), 16 जनवरी (ANI): ISRO के पूर्व वैज्ञानिक नांबी नारायणन ने गुरुवार को अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग (SpaDeX) परियोजना के तहत दो उपग्रहों की सफल डॉकिंग पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भविष्य में हर अंतरिक्ष मिशन के लिए डॉकिंग की आवश्यकता होगी और भारत इस तकनीकी में मास्टर बनता नजर आ रहा है, क्योंकि इसे धीरे-धीरे हासिल किया गया है।
नांबी नारायणन ने ANI को बताया, “मेरी प्रतिक्रिया खुशी है। यह वह चीज़ है जिसे हम सब सालों से सपना देख रहे थे। यह कुछ ऐसा है जो केवल तीन देशों ने हासिल किया था – चीन, अमेरिका और रूस – और अब हम चौथा देश हैं जिसने यह किया। यह ISRO के भविष्य मिशनों, खासकर चंद्रयान-4 और गगनयान मिशनों, के लिए आवश्यक था, जो 2028 के आसपास योजना बनाई जा रही हैं। हर भविष्य मिशन में, हमें बाहरी अंतरिक्ष मिशनों के लिए डॉकिंग करनी होगी। हमें इसे परिपूर्ण करना होगा। हमें इस तकनीकी में मास्टर बनना होगा। ऐसा लगता है कि हम अब इसमें एक मास्टर बन गए हैं क्योंकि हमने इसे धीरे-धीरे हासिल किया है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह ISRO द्वारा दो उपग्रहों की डॉकिंग प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने पर अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि SpaDeX परियोजना की सफलता भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।