उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वैसे तो समय-समय पर बैठके कर जीरो टालरेंस की नीति के तहत भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश देते है लेकिन अधिकारी है कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले से सामने आया है, जहां योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को जिला पंचायत M.A. उज्जवल अंबेश पलीता लगाते नजर आ रहा है। हैरानी की बात तो ये है कि यहां खुलेआम मौरंग भरे ट्रैकों से अवैध वसूली की जा रही है। जिला पंचायत का ये अवैध वसूली का अड्डा बांदा जिला बोर्डर के भमई इलाके में स्थापित है।
प्रतिदिन वसूला जाता है लाखों रुपया
मिली जानकारी के अनुसार, जिला पंचायत बैरियल के अवैध प्वाइंट भमई से प्रतिदिन लाखों रुपये वसूले जाते है। अनुबंध के तहत प्रति ट्रक से 200 रूपये वसूले जाने चाहिए लेकिन यहां प्रति ट्रक से 400 रूपये वसूले जा रहे है। अवैध वसूली के इस खेल को चलाने का तरीका भी कुछ ऐसा है कि पहले तो ट्रक चालक बांदा जिले में जिला पंचायत पर 400 रुपए देता है जिसके बाद दोबारा हमीरपुर जिले के भमई जिला पंचायत बैरियल पर वसूले जाते है 400 रुपए।
बात अगर जिला पंचायत बैरियल के अनुबंध की करें तो यहां जिले में 7 या 8 प्वाइंट पर खदान से वसूली की जा सकती है लेकिन जिला पंचायत लगभग जिले में 18 से 20 प्वाइंट पर प्रतिदिन अवैध वसूली करते है। अनुबंध के अनुसार, जिला पंचायत के मौरम खनन के उद्गम स्थल से 100 मीटर की दूरी पर होना चाहिए जिला पंचायत बैरियल लेकिन यहां तो M. A. के संरक्षण पर मन माफिक जगहों पर अवैध जिला पंचायत बैरियल संचालित किए गए है।
लेकिन अब देखना ये होगा कि जिला अधिकारी घनश्याम मीणा जिला पंचायत के अवैध बैरियर पर जांच कर अवैध वसूली करवाने वाले जिला पंचायत के M. A. उज्जवल अंबेश कब और क्या कार्रवाई करते है।