गाजियाबाद जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां PAC हेड कॉन्स्टेबल के बेटे ने खुद के अपहरण की साजिश रची है। दरअसल, UP पुलिस परीक्षा देकर लौटते वक्त उसने रास्ते में खुद के हाथ-पैर बांध लिए और फोटो खींचकर फैमिली को भेज दी। रिहाई के नाम पर एक लाख रुपए की फिरौती मांग ली। पुलिस ने सोमवार रात इस युवक को लखनऊ से सकुशल बरामद कर लिया।
गाजियाबाद के कौशांबी इलाके में PAC की 41वीं बटालियन में तैनात हेड कांस्टेबल का बेटा रोहित रविवार को यूपी पुलिस कांस्टेबल लिखित परीक्षा देने के लिए बिजनौर गया था। इसके बाद वो घर नहीं लौटा। शाम के वक्त रोहित के मोबाइल से उसकी बहन के वॉट्सएप पर एक फोटो आया। इसमें रोहित के हाथ-पैर बंधे हुए थे। मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। रोहित ने बहन को वॉट्सएप कॉल की और बताया कि उसका अपहरण हो गया है।
बदमाश रिहाई के बदले एक लाख रुपए मांग रहे हैं। परिजनों ने पूरे मामले की सूचना कौशांबी थाना पुलिस को दी। पुलिस ने जब रोहित के मोबाइल की लोकेशन निकाली तो पता चला कि ये फोटो गाजियाबाद के मोदीनगर इलाके से भेजे गए थे। उसके मोबाइल की लोकेशन बदलती गई।
पहले बदायूं, शाहजहांपुर और फिर लखनऊ मिली। पुलिस की एक टीम तत्काल लखनऊ के लिए रवाना हो गई। वहां से उन्होंने रोहित को सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ में रोहित ने कुबूला कि उसका कोई अपहरण नहीं हुआ। उसने खुद ही सारा ड्रामा रचा था।
हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रोहित ने ऐसा क्यों किया? फिलहाल पुलिस टीम रोहित को लेकर गाजियाबाद आ गई है। उससे पूछताछ की जा रही है। परिजनों ने इस संबंध में रविवार रात पुलिस को जो सूचना दी थी, अभी उस पर मुकदमा दर्ज भी नहीं हुआ है।