उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में तीसरे दिन बाद भी दो साल की मासूम को कार से रौंदने वाले आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर मृतका के चाचा ने आत्मदाह का प्रयास किया। ड्यूटी पर तैनात पीएसी के जवानों ने युवक के हाथ से माचिस छीनी और संबंधित थाने की पुलिस को सूचना दी। वे युवक को अपने साथ सिविल लाइन थाने लेकर चले गए।
मृतका के परिवार का कहना है कि आरोपी की पहचान होने के बावजूद पुलिस ने अभी तक गिरफ्तारी नहीं की है। दरअसल, नौचंदी थाना क्षेत्र की प्रीत विहार कॉलोनी में संजय गुप्ता की धागा बनाने की फैक्ट्री है। फैक्ट्री की दूसरी मंजिल पर संजय अपने परिवार के साथ रहते हैं। उसी कॉलोनी में अभिषेक प्रजापति भी रहते हैं। शनिवार सुबह उनकी दो साल की बच्ची तनिष्का खेलते हुए बाहर चली गई। इसी दौरान तेज रफ्तार में क्रेटा कार लेकर आ रहे संजय गुप्ता ने बच्चों को कुचल दिया। मौके पर ही बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई। तभी संजय गुप्ता कार लेकर फरार हो गया। घटना से दुख में लीन तनिष्का के परिवार के लोगों ने संबंधित थाने पर भी हंगामा किया।
पुलिस में मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन अभी तक आरोपी को गिरफ्तारी नहीं कर सकी। इसी बात से नाराज होकर मृतिका के चाचा विक्रम सिंह पेट्रोल लेकर कमिश्नरी कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर खुद पर पेट्रोल डाल लिया और आग लगाने का प्रयास किया। गनीमत रही कि पीएसी के जवानों ने किसी तरह विक्रम के हाथ से माचिस छीन ली। जिस वजह से विक्रम की जान बच सकी।
इस मामले में जानकारी देते हुए एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।