टू वीलर ई-व्हीकल्स और एआईओटी स्मार्ट शेयरिंग मोबिलिटी में प्रमुख आविष्कारक अहमनी ईवी टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड ने महत्वपूर्ण तकनीकी हस्तातंरण के लिए भारतीय दिग्गज ऑटोमोटिव कंपनियों से बातचीत शुरू की। अनुसंधान और विकास पर खास ध्यान देते हए अहमनी ने महत्वपूर्ण बौद्धिक संपदा विकसित की है, जिसमें बैटरी तकनीक, मोटर डिजाइनिंग, पावर ट्रेन और चोरी रोकने के लिए निगरानी प्रणाली जैसी कई आधुनिक फीचर्स शामिल किए हैं।
अहमनी के यूआरडीए एआईओटी मोबिलिटी सिस्टम का 2017 से संचालन हो रहा है। यह इलेक्ट्रिक टु वीलर बेड़े के और बैटरी पैक के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उनकी पेटेंट कराई गई ई-स्कूटर रेंटल मैनेजमेंट सिस्टम और लीजिंग प्रोग्राम को व्यापक रूप से मान्यता मिली है। इलेक्ट्रिक वाहनों की इंडस्ट्री में 20 साल के ज्यादा के अनुभव के चलते नए-नए प्रॉडक्ट्स लॉन्च करने और क्वॉलिटी के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता खासतौर पर उभरी है।
भारतीय इलेक्ट्रिकल वीइकल का मार्केट तेजी से बढ़ने के लिए तैयार है। फार्च्यून बिजनेस इनलाइट्स के अनुसार 2023 में 8.03 बिलियन अमेरिकी डॉलर था। 2032 तक इसके 117.78 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। पूर्वानुमान की अवधि में इसके 22.4 फीसदी की सीएजेआर से बढ़ोतरी करने की संभावना है। भारत में आवागमन के स्थायी साधनों की मांग को पूरा करने में अहमनी की विशेषज्ञता और नए-नए सोल्यूशंस में बेहतर तालमेल नजर आता है और वह इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के अलावा अहमनी की योजना न केवल ईवी, बल्कि ड्रोन को भी सपोर्ट करने के लिए मेगावॉट स्केल का बैटरी प्लांट स्थापित करने की है। यह पहल कुशल और स्थायी ऊर्जा समाधानों से लैस ई-मोबिलिटी का भविष्य प्रदान करने के कंपनी के नजरिये की झलक पेश करती है। आधारभूत ढांचे के विकास, ई-वीइकल की खरीद पर मिलने वाले प्रोत्साहन और आवागमन के स्थायी साधनों को विकसित करने के उपाय से भारत सरकार ई-वाहनों को प्रमोट कर रही है। इससे इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड टु वीलर्स खरीदने के लिए उपभोक्ता प्रोत्साहित हुए हैं।
अहमनी की संस्थापक और सीईओ सुश्री त्ज़ु ची कुंग ने भारतीय बाजारों के विकास की आशा जताते हुए कहा, “हम पिछले पांच वर्षों से भारत के ईवी बाजार की स्टडी कर रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों में अपार संभावनाएं हैं। हमारे मजबूत रिसर्च एंड डिवेलपमेंट और प्रॉडक्ट्स के विकास के ट्रैक रिकार्ड ने हमें टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग के लिए हमें काफी बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया है।“
अहमनी और भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के बीच चल गई तकनीक हस्तांतरण की बातचीत में बदलाव लाने वाली साझेदारी का वादा किया गया है, जो भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के भविष्य को नया आकार प्रदान करेगी। जैसे-जैसे देश स्वस्छ ऊर्जा को अपना रहा है। गुणवत्ता और स्थिरता के लिए अहमनी की प्रतिबद्धता ने कंपनी को काफी बेहतर स्थिति में पहुंचा दिया है, जिससे वह भारतीय उपभोक्ताओं का आशाओं को पूरी करने में अपना अमूल्य योगदान प्रदान कर रहे हैं।
अहमनी ईवी टेक्नोलॉजी कंपनी लिमिटेड
अपने दो दशकों के अनुभव के साथ अहमनी ने लगातार इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की सीमाओं का लगातार विस्तार किया है। 1999 में कड़े टीयूवी परीक्षण के बाद कंपनी ने विश्व की पहली इलेक्ट्रिक ईईसी सत्यापित मोटरसाइकिल लॉन्च की है। शानदार परफॉर्मेंस, स्थायित्व और शानदार क्वॉलिटी के लिए मशहूर ये मोटरसाइकलें दक्षिण पूर्व एशियाई देशों और भारत के लिए बिल्कुल परफेक्ट है।