एम्प्लोयी डेवलपमेंट सेंटर (ईडीसी) के अध्यायन में, एनटीपीसी कोरबा ने हाल ही में जेंडर सेंसिटाइजेशन ( Gender Sensitization) और प्रीवेंशन ऑफ सेक्सुअल हरासमेंट (पोश) (POSH) अधिनियम पर एक व्यापक दो-दिवसीय वर्कशॉप सफलतापूर्वक समाप्त किया। इस वर्कशॉप को 15 और 19 मार्च, 2024 को भारतीय प्रबंधन परामर्शक श्री डॉ. बी. गणेश ने भार्गव मैनेजमेंट कंसल्टेंट्स से संचालित किया गया था।
130 से अधिक उत्साही कर्मचारियों के सक्रिय भागीदारी के साथ, इस वर्कशॉप का उद्देश्य आंतरिक शिकायत समिति (आईसीसी) और पोश अधिनियम की प्रावधानों और सिद्धांतों की गहरी समझ विकसित करना था। रोमांचक सत्रों के माध्यम से, प्रतिभागी ने कार्यस्थल में एक अधिक सुरक्षित और सम्मानपूर्ण वातावरण को बढ़ाने में अनमोल अवधारणाओं को प्राप्त किया। यह पहल एनटीपीसी कोरबा के प्रतिबद्धता को दर्शाती है जो कार्यस्थल आचरण और कानूनी अनुपालन में उत्कृष्ट मानकों को बनाए रखने की है।
संगठन विकास और जेंडर सेंसिटाइजेशन में अपनी विशेषज्ञता के लिए प्रसिद्ध डॉ. बी. गणेश ने इस वर्कशॉप की अध्यक्षता की, जिसमें नागरिकता अधिनियम के विधियों को समझाने के साथ-साथ साझेदारी और सम्मान की संस्कृति को बढ़ाने के लिए खुली बहस और विचार को प्रोत्साहित किया।
प्रतिभागी ने गहराई से बहस की, अपने अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करके कार्यस्थल में जेंडर संबंधी मुद्दों के प्रति जागरूकता और संवेदनशीलता में सुधार किया। इस पहल को संगठनात्मक ढांचे के भीतर समावेशितता और जवाबदेही को बढ़ाने के लिए समय और प्रोधानात्मक पहल के लिए सराहा गया है।
एनटीपीसी कोरबा अपने प्रत्येक कर्मचारी को एक ऐसे कार्यालयी वातावरण को पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध रहता है जहां प्रत्येक कर्मचारी को सम्मानित, मूल्यांकित और सुरक्षित महसूस हो। ऐसी पहलें संस्थान के निरंतर अध्ययन और विकास के लिए इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो समानता और न्याय को सर्वोपरि करने वाली कार्यालय संस्कृति सुनिश्चित करती है।