अक्सर हम सुखद एवं सुविधाजनक यात्रा के लिए बस, ट्रेन या हवाई जहाज से यात्रा करना पसंद करते है। वो भी जब यात्रा सरकार द्वारा चलाए जा रहे वाहनों से हो तो क्या ही कहना। क्योंकि जनता प्राइवेट से ज्यादा सरकारी बसों से यात्रा करना पसंद करती है। जिसमें पहला कारण किराया होता है तो दूसरा बेहतर सुविधा। लेकिन उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में कुछ उल्टा ही देखने को मिल रहा है। यहां निजी बस संचालक सरकारी तंत्र पर भारी पड़ते नजर आ रहे है।
दरअसल, जिले में डग्गामार निजी बस संचालकों का आतंक लगातार जारी है। हैरानी की बात ये है कि दर्जनों डबल डेकर बसों दिल्ली के लिए हमीरपुर से रवाना हो रही है। जिसके लिए अवैध रूप से शहर में ही डग्गामार बसों का स्टैंड बनाया गया है। डबल डेकर बसों के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते है। लेकिन प्रशासन है कि आंख मूंद कर बैठा हुआ है। जिसका खामियाजा ये हो रहा है कि रोडवेज की बसों को यात्री नहीं मिल रहे है। जिसके चलते राजस्व में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। लेकिन अब सवाल उठता है कि शताब्दी ट्रैवल्स, वारसी विशाखा ट्रैवल्स, वारिस ट्रैवल्स, सहारा ट्रैवल्स, प्रिंस ट्रैवल्स, समय शताब्दी ट्रैवल्स, विश्वनाथ ट्रैवल्स की डग्गामार बसों पर प्रशासन कब तक कार्रवाई करता है। या इस मामले में ट्रैफिक इंचार्ज पर प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई की जाएगी।
Report BY : Amit Mishra