बड़े समय बाद ऑनलाइन गेमिंग एप के सटोरियों को गिरफ्तार करने में दुर्ग पुलिस ने सफलता हासिल की है। इस बार ऑन लाईन गेमिंग एप के 3 पैनलों के 10 गुर्गे पकड़े गए हैं। ये सभी बिहार के हैं। ऑन लाईन सट्टा एप रेड्डी अन्ना टू फिफ्टी, लेजर ट्वेंटी और लोटस थर्टी थ्री के विरूद्ध दुर्ग पुलिस ने कार्यवाही की है। बताया जा रहा है कि थाना उतई क्षेत्र में ओम सिंह नाम के व्यक्ति के माध्यम से नई आईडी और बैंक खाते लेने मुख्य आरोपी आया था। तभी सूचना पर पुलिस टीम पहुंच गई।
ऑनलाइन सट्टा के खिलाफ पुलिस ने चलाया अभियान
आपको बता दें दुर्ग पुलिस द्वारा ऑनलाइन सट्टा के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला के निर्देश पर सभी थानों की पुलिस द्वारा ऑन लाईन सट्टा का कारोबार करने वाले संदेहियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इस बीच पुलिस को विशेष सूत्रों से पता चला कि आरा बिहार निवासी अभिषेक कुमार ऑन लाइन गेमिंग सट्टा ऐप की नई आईडी व बैंकों के खाते लेने उतई बस स्टैण्ड के पास किसी का इंतजार कर रहा है। सूचना के बाद पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर संदेही को पकड़ा और पूछताछ शुरू की।
पुलिस की पूछताछ में क्या पता चला ?
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि वह उतई में ओम सिंह नाम के व्यक्ति के माध्यम से ऑन-लाईन गेमिंग सट्टा ऐप की नई आईडी और बैंकों के पासबुक, एटीएम कार्ड, चेक बुक लेने आया था। पहले भी वह ओमसिंह के माध्यम से खाते ले चुका है। वह वर्तमान में गोड़ान रोड आरा बिहार में एक किराये के मकान में रहकर रजनेश सिंह, रवि कुमार, शिशुपाल सिंह, शंकर यादव, अमित कुमार सिंह, अविनाश कुमार, ऋषभ कुमार सिंह, प्रिंस कुमार एवं रिशांत सिंह नाम के लड़कों को लैपटॉप, एण्ड्रायड मोबाइल फोन, वाईफाई तथा विभिन्न बैंकों के खाते उपलब्ध कराकर ऑन-लाईन गेमिंग ऐप रेड्डी अन्ना-250, लेजर-21 एवं लोटस 33 नंबर के पैनलों का संचालन करता है।
पुलिस ने ये सामान किया बरामद
आरोपी अभिषेक सिंह के पास से पुलिस ने 3 मोबाइल फोन, 3 चेक बुक, 2 पासबुक, 1 एटीएम कार्ड, 1 रजिस्टर व 2 नोटबुक बरामद किया है।