खबर उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से है, जहां चितबड़ागांव के सरकारी योजनाओं का पलीता कैसे लगाया जाता है और योजनाओं के नाम पर आर्थिक शोषण कैसे किया जाता है यह देखने को मिला है। दरअसल, योगी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना फ्री टैबलेट योजना के अंतर्गत पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को टेबलेट वितरित किया जा रहा है। वही बलिया जनपद के एक महाविद्यालय में मुफ्त में मिलने वाले टैबलेट के नाम पर छात्रों से पांच सौ रुपये जबरन वसूलने का वीडियो वायरल हो गया है।
छात्रों से 500 रुपये की वसूली
टैबलेट पाने वाले छात्रों का आरोप है कि महाविद्यालय की तरफ से सभी छात्रों से 500 रुपये की वसूली की गई है। इसके लिए बाकायदा टोकन दिया गया और टोकन देने के बाद छात्र-छात्राओं ने जब पांच सौ रुपये जमा कर दिए तब जाकर उन्हें टैबलेट दिया गया। टैबलेट पाने वाले छात्रों का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी की फ्री में मिलने वाले टैबलेट के लिए उन्हें 500 रुपये भी देना पड़ेगा। वही इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए बलिया के DM रविंद्र कुमार ने जांच कर कठोर कार्रवाई करने की बात कही है।
वही इस मामले में महाविद्यालय के प्रिंसिपल का कहना है की सरकार द्वारा पीजी के छात्र-छात्राओं को मुफ्त टेबलेट वितरण किया जा रहा है। ऐसे में जब प्रिंसिपल से पूछा गया कि सभी छात्र-छात्राओं से 500 रुपये की वसूली क्यों की जा रही है तो प्रिंसिपल का कहना है कि कुछ छात्रों का फीस 5 से 10 हज़ार रुपये बकाया था जिसे काउंटर पर जमा कराया गया है । ऐसे में सभी छात्रों से ₹500 ही क्यों वसूले गए इस बात का वह जवाब नहीं दे पाए।
दूसरी तरफ इस मामले में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति का कहना है की उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा फ्री टेबलेट वितरण योजना के तहत छात्र-छात्राओं को किसी तरीके का शुल्क नहीं देना होता है। जिस महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं के साथ वसूली की गई है उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।