दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज एक पत्रकार सम्मेलन में कहा है कि लोकसभा चुनाव के लिए इंडी गठबंधन के द्वारा दिल्ली में एक भी सीट ना देने से अरविंद केजरीवाल एवं कांग्रेस दोनों का महिला सशक्तिकरण विरोधी चेहरा सामने आ गया है। आज देश विशेषकर महिलाएं देख रही हैं की एक ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार है जो खेल कूद से लेकर सेना एवं प्रशासनिक सेवाओं में तो महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ा ही रही है साथ ही महिलाओं के लिए नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 ला कर महिलाओं का राजनीतिक प्रतिनिधित्व बढ़ाना भी सुनिश्चित किया है तो वहीं दूसरी ओर इंडी गठबंधन है जिसने महिलाओं को दिल्ली से लोकसभा प्रतिनिधित्व देने से भी इंकार किया है।
नारी शक्ति वंदन अधिनियम की भावना के अनुरूप भाजपा ने लोकसभा चुनाव में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाते हुए देश की राजधानी दिल्ली में दो महिलाओं को लोकसभा चुनाव लड़ने का अवसर दिया है वहीं इंडी गठबंधन ने दिल्ली की 67 लाख महिला मतदाताओं की भावनाओं पर कुठाराघात करते हुए एक भी महिला को टिकट नही दिया है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा है कि गत एक दशक में जहाँ अरविंद केजरीवाल द्वारा अपनी पार्टी एवं सरकार दोनों में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बहुत सीमित रखने से उनका महिला विरोधी चेहरा दिखता रहा है तो वहीं कांग्रेस का नेतृत्व अपने गठबंधन साथियों लालू यादव एवं अखिलेश यादव के दबाव में लम्बे समय से महिला अधिकारों पर मौन रहा है। आज दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल एवं राहुल गांधी से सवाल कर रही है की वह बतायें की आखिर उन्होने देश की आधी आबादी को प्रतिनिधित्व देने से क्यों इंकार किया।