जयपुर : ‘फैशन की कोई सीमा नहीं, कुछ सही-गलत नहीं होता’:सिंगर नेहा भसीन बोलीं- उर्फी जावेद तो अभी आई, मैं सालों से ऐसा करती आई’

जयपुर : सलमान खान की सुल्तान में गाना गाने वाली मशहूर सिंगर नेहा भसीन सोमवार को जयपुर पहुंचीं। इस दौरान उन्होंने मीडिया से खास बातचीत के दौरान अपने गानों से लेकर ड्रेस तक पर चर्चा की। उन्होंने अपनी बोल्ड ड्रेस को लेकर बताया- उर्फी जावेद तो अभी आई है। मैं तो सालों से ऐसा करती आई हूं। फैशन की कोई सीमा नहीं होती है। कुछ सही-गलत नहीं होता है। आगे पढ़ें नेहा भसीन का पूरा इंटरव्यू…

सवाल- आपके नए गाने ने सोशल मीडिया पर धमाल मचा रखा है। उस गाने की क्या खासियत है?

नेहा – इस गाने की खासियत मैं ही हूं। यह गाना दिल से बनाया है। जिस तरह 2 घंटे की फिल्म में मेहनत लगती है। उसी तरह 3 मिनट का गाना बनाने में भी मेहनत लगती है। इस गाने में प्रोडक्शन, लिरिक्स, वीडियो सब नया है। पूरा सॉन्ग यंग है, लेकिन पुरानी फील देता है। क्योंकि मुझे पुरानी चीजें बहुत पसंद है।

दैनिक भास्कर ऑफिस पहुंची सिंगर नेहा भसीन ने बेबाकी से सवालों के जवाब दिए।
मीडिया को सिंगर नेहा भसीन ने बेबाकी से सवालों के जवाब दिए।

सवाल- गाने का नाम ‘कुट कुट बाजरा’ क्यों रखा गया है?

नेहा- कुट कुट बाजरा, इसमें कुट कुट का मतलब कूटना और ग्राइंड करना होता है। बाजरा सभी जगह पॉपुलर है। राजस्थान में भी बहुत खाया जाता है। पंजाब में एक बर्तन होता है। उसमें किसी चीज को कूटा जाता है। इसमें बाजरे को कूटकर छत पर ले जाकर सुखाया जाता है। इस गाने की लड़की भी ये काम करती रहती है। साथ ही अपने दोस्त से कहती है कि वो तो दिनभर घूमता रहता है।

अपने गाने पर बात करते हुए नेहा ने कहा- पंजाबी गाने एक परिवार के आसपास घूमते हैं। पंजाबी परिवारों में पुराने जमाने की महिलाएं अपनी भड़ास भी गानों के जरिए निकालती थी। इस गाने में भी ऐसी ही कहानी है।

सवाल- आपके गानों के साथ बोल्ड ड्रेस भी चर्चा में रहती है। सोशल मीडिया पर आपको लोग उर्फी जावेद और लेडी गागा से कंपेयर करते है?

जवाब- इसलिए मेरे बहुत सारे फैन हैं। आप मेरे पुराने काम देखिए। लेडी गागा (अमेरिकन सिंगर) मुझसे 10 साल बाद आई है। उर्फी तो अब आई है। मैं तो सालों से ऐसे करती आई हूं। मैं हमेशा से फैशन से जुड़ी रही हूं। प्रभावित भी रही हूं। फैशन की कोई सीमा नहीं होती है। कुछ सही-गलत नहीं होता है। जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं। धीरे-धीरे हमारी सोच बदलने लग जाती है। जैसे कोई बोलेगा यह कपड़े अच्छे नहीं होते हैं। हमें पता ही नहीं है कि अच्छा क्या है। जब तक कि हम खुद उसे महसूस नहीं करेंगे। उसका एहसास ही नहीं होगा। हम कैसे बता पाएंगे कि क्या सही और क्या गलत है।

उन्होंने कहा- अगर मैं और मेरे जैसी लड़कियां अगले हजार साल बोलती रहें कि यही कपड़े अच्छे हैं। हजार साल बाद यह फैशन हो जाएगा। फिर लोगों को लगेगा कि यह अच्छा है। फिर कुछ ढके कपड़े पहनने पर कहेंगे कि अच्छा नहीं है। आर्टिस्ट का काम ही होता बैरियर तोड़ना। इसके लिए लोगों को मुझे क्रेडिट देना चाहिए। इसका क्रेडिट आप लेडी गागा और उर्फी को दे रहे हो।

अपने कपड़ों के लिए नेहा भसीन अक्सर चर्चा का विषय बनी रहती हैं।
अपने कपड़ों के लिए नेहा भसीन अक्सर चर्चा का विषय बनी रहती हैं।

सवाल- एक म्यूजिशियन के पीछे भी आप काफी दीवानी थी। उसको लेकर के भी काफी चर्चाएं होती हैं?

जवाब- मैं उस वक्त आठवीं क्लास में थी। वह 12th क्लास में थे। जो बहुत अच्छा गिटार बजाते थे। तब उनका नंबर मुझे कहीं से मिला। मैं लगातार उनसे बात करने की कोशिश करती थी। वे काफी परेशान हो जाते थे। अब कुछ सालों पहले मेरी उनसे मुलाकात हुई। तब वे काफी हैरान थे। जब मैंने उनसे ये बात कही।

सवाल- ट्रोल करने वाले लोगों को क्या कहेंगी?

जवाब- मुझे ऐसा लगता है कि ट्रॉल्स करने वाले भी आपके फैन हैं। उनसे यही कहना चाहूंगी कि देखते रहें। ट्रोल करते रहें। हमें फेमस करते रहें।

सवाल- आपके लिए हिट सॉन्ग की क्या डेफिनेशन है?

जवाब- वो सॉन्ग जो 10 साल कम से कम लोगों के दिलों में कायम रहे। सोशल मीडिया पर 100 मिलियन व्यूज मिलने वाले सॉन्ग को मैं हिट नहीं मानती। अगर मेरा गाना भी 2 माह में ही आया गया हो, तो वो फ्लॉप था।

सवाल- आपको कई भाषाओं में 7 फिल्म फेयर नामांकन प्राप्त हैं, राजस्थानी में कुछ सोचा?

जवाब- बहुत साल पहले मां के साथ जयपुर आई थी, तब यहां स्ट्रीट शॉपिंग की थी। पंजाबी फैमिली से होकर गाने के लिए तमिल सीख सकती हूं तो राजस्थानी क्यों नहीं। वैसे ‘जग घूमेया’ में एक लाइन तो राजस्थानी भाषा में गाई ही है ‘थारे जैसा ना कोई।

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