जालोर-सांचौर : डॉक्टर की 2 साल की बेटे की मौत पर सस्पेंस बरकरार है। उसकी मौत पेट में सरिया आरपार होने से हुई या गोली लगने से। पुलिस दोनों एंगल पर जांच कर रही है। घरवालों की कहानी पर पुलिस को विश्वास नहीं हो रहा है। बार-बार परिवार वाले बयान बदल रहे हैं। पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। मामला सांचौर का है।
रिपोर्ट में बताया- सीढ़ियों से गिरा बच्चा
सांचौर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया- जयवर्धन (2) पुत्र डॉ. रमेश डूऊकिया रविवार की रात करीब 9.30 बजे दो मंजिला मकान में ऊपर वाले फ्लोर पर खेल रहा था। डॉ. रमेश और मां संगीता डूऊकिया कमरे में थे। बच्चा खेलते-खेलते सीढियों के पास आ गया। इस बीच बच्चे का बैलेंस बिगड़ा और वह सीढ़ियों से नीचे आ गिरा। सीढ़ियों के नीचे एक चारपाई बिछी हुई थी। उस पर लोहे के सरियों के सहारे मच्छरदानी लगी हुई थी। बच्चा खड़े सरिए पर गिर गया। आवाज सुनकर माता-पिता नीचे आए। उन्होंने देखा कि बच्चा एक सरिए पर लटका हुआ है। सरिया उसके पेट के आर-पार हो गया। उसे तुरंत एक प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता डॉक्टर और मां एएनएम
सांचौर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया- बच्चे की मौत की जानकारी मिलने पर पुलिस प्राइवेट हॉस्पिटल पहुंची और शव को सांचौर सीएचसी लेकर आई। सोमवार दोपहर 12 बजे पोस्टमॉर्टम किया गया। परिवार मूल रूप से सांचौर के चितलवाणा के वरणवा गांव का रहने वाला है, जो कि सांचौर से 50 किलोमीटर दूर है। वर्तमान में डॉ. रमेश डूऊकिया का परिवार सांचौर में पावर हाउस के पास रहता है। बच्चे को वरणवा में दफनाया गया है। रमेश बीएएमएस डॉक्टर हैं। वह सांचौर ब्लॉक सीएमएचओ के अंडर में पिछले पांच सालों से संविदा पर काम कर रहे हैं। मां संगीता डूऊकिया भी संविदा पर एएनएम है। दोनों पांच साल से सांचौर में रह रहे हैं।
पुलिस को परिजनों की रिपोर्ट पर संदेह
सांचौर एसपी सागर राणा ने बताया- परिवार वालों ने सरिए के पार होने से बच्चे की मौत होने की सूचना दी है। सोशल मीडिया और अन्य जानकारी सामने आ रही है कि बच्चे की गोली लगने से मौत हुई है। इसलिए परिवार वालों की रिपोर्ट पर संदेह है। पुलिस जांच कर रही है। जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि बच्चे की मौत का कारण क्या है? इधर, पोस्टमॉर्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड के डॉक्टर महिपाल ने कहा- पोस्टमॉर्टम में स्पष्ट नहीं हो पाया कि बच्चे की मौत किस प्रकार हुई है। इसलिए FSL के लिए सैंपल बीकानेर भेजे गए हैं। सांचौर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि परिवार वालों के बार-बार बयान बदलने से शक गहरा गया है। हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
निशान आर-पार था
परिवार वाले बच्चे को जिस प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए थे, वहां के डॉक्टर का बयान भी सवाल खड़े करता है। प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉ. उत्तम पुरोहित ने बताया- देर रात परिजन मेरे पास एक छोटे बच्चे को लेकर आए थे, लेकिन उसकी पहले ही मौत हो चुकी थी। बच्चे के पेट से आर-पार का निशान था। वो सरिया या गोली का हो सकता है। मैंने परिवार वालों से इसका कारण पूछा था, लेकिन उन्होंने कुछ बताया नहीं था।