झुंझुनूं-खेतड़ी(बडाऊ) : बडाऊ पंचायत के ग्रामीणों ने सोमवार को नीमकाथाना जिले में शामिल करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। इस दौरान उन्होंने झुंझुनूं जिले में ही रखने की मांग को लेकर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।
विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से नीमकाथाना को नवगठित जिला घोषित किया गया है। जिसमें मानोता जाटान, रोयल, चारावास ग्राम पंचायतों को छोड़कर पूरी खेतड़ी तहसील को नवगठित जिले में शामिल किया गया है। मार्च महीने में तीनों ग्राम पंचायतों के साथ ही बडाऊ पंचायत के लोग भी संघर्ष समिति में शामिल होकर झुंझुनूं में रहने के लिए मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार की अनदेखी के चलते बडाऊ पंचायत को नवगठित नीमकाथाना जिले में शामिल कर देने से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया।
उन्होंने बताया कि पूर्व में बडाऊ पंचायत झुंझुनूं जिले में शामिल थी, लेकिन नीमकाथाना जिले की दूरी ज्यादा होने के कारण लोगों को अब काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। भौगोलिक दृष्टि से पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण और संसाधनों का अभाव होने से पंचायत के लोगों को नीमकाथाना जाने में परेशानी उठानी पड़ेगी।
बड़ाऊ पंचायत को नीमकाथाना में शामिल नहीं करने को लेकर प्रतिनिधिमंडल के लोग जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से मिलकर भी अवगत करवाया गया था, लेकिन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की अनदेखी से अब ग्रामीणों को मजबूरन आंदोलन की राह अपनानी पड़ रही है।
विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि वो किसी भी सूरत में नीमकाथाना जिले में शामिल नहीं होंगे। यदि जल्द ही सरकार की ओर से झुंझुनूं जिले में शामिल करने को लेकर कोई प्रयास नहीं किए गए, तो ग्रामीणों की ओर से बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान ग्रामीणों ने 25 लोगों के नेतृत्व में संघर्ष समिति का गठन किया है। इस मौके पर छगन सिंह शेखावत, पूर्व सरपंच फतेह सिंह शेखावत, जितेंद्र सिंह, हवा सिंह, हिम्मत सिंह, बंशीधर वर्मा, आशु सिंह शेखावत, शब्बीर खान, जब्बार खान, सुशील कुमार, जैन प्रकाश, महेंद्र कुमार, रियाज अली, जुगलाल, धनाराम, महेंद्र, सुरेश कुमार, नानड़ कुमार, श्यामलाल, दलीप चोपड़ा सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।