जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विकास शर्मा
झुंझुनूं-बुहाना(पचेरी कलां) : मेरी माटी मेरा देश अभियान का आयोजन, एक स्वतंत्रता सेनानी का नाम नहीं होने परिजनों ने जताया विरोध पचेरी कलां प्राइमरी स्कूल में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत मेरी माटी, मेरा देश अभियान का आयोजन हुआ। अमृत वाटिका की स्थापना स्वतंत्रता सेनानी परिजनों व पंचायत सदस्यों को पंचप्रण की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के संयोजक पचेरी सरपंच व ग्रामविकास अधिकारी देखरेख में समारोह का आयोजन हुआ। इस दौरान ध्वजारोहण व राष्ट्रगान व शिलाफलम की स्थापना की गई।
ग्रामविकास अधिकारी ने सभी को मिट्टी लेकर शपथ दिलाई और कलश को मिट्टी से भरा गया। ग्रामविकास अधिकारी मुकेश कुमार ने स्वतंत्रता सेनानी पंडित ताड़केश्वर शर्मा, स्वतन्त्रता सेनानी श्रीमती दुर्गावती पत्नी पंडित ताड़केश्वर शर्मा, स्वतन्त्रता सेनानी पंडित महादेव शर्मा, स्वतन्त्रता सेनानी पंडित महावीर प्रसाद शर्मा, स्वतन्त्रता सेनानी पंडित नागेश्वर शर्मा, के नाम अंकित पट्टिका की स्थापना कर जगदीश शर्मा, योगेश शर्मा, महेन्द्र शर्मा, पवन शर्मा, सुरेश शर्मा, विकास शर्मा, संदीप शर्मा सहित अन्य स्वतन्त्रता सेनानी परिजनों को माला पहनाकर सम्मान किया गया।
स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों ने सिलिका पट्टी लगाने व सम्मान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व राज्य सरकार का आभार प्रकट कर आपत्ति जताते हुए कहा कि आज एक स्वतंत्रता सेनानी का नाम राज्य सरकार ने हटाया है कल दोबारा किसी अन्य कार्यक्रम में दूसरे स्वतंत्रता सेनानी का नाम हटाया जाएगा ऐसे करके धीरे-धीरे सभी स्वतंत्रता सेनानियों का नाम हटा दिया जाएगा उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी पंडित केदारनाथ का नाम सिलिका पट्टी पर नहीं होने पर आपत्ति जताते हुए उनका नाम सिलिका पट्टी में जोड़ने की मांग की। स्वतंत्रता सेनानी पुत्र सुरेश शर्मा ने बताया कि केदारनाथ जी सवा दो साल अंग्रेजी हुकूमत के समय जेल में रहे और वहां पर अनेक प्रकार की किताबें भी लिखी अनेक प्रताड़ना सहकर आजादी में अहम योगदान दिया और आज उनका नाम सिलिका पट्टी से हटाया गया है इसके लिए वह राज्य सरकार से वह केंद्र सरकार से नाम एवं उनका बलिदान सभी के साथ रखने की मांग की।
इस मौके पर जगदीश शर्मा, योगेश शर्मा, महेन्द्र शर्मा, पवन शर्मा, सुरेश शर्मा, विकास शर्मा, संदीप शर्मा, सरपंच सविता देवी, डेलीगेट हनुमान, घनश्याम सोनी, भास्कर शर्मा, नरोतम स्वामी, रोहिताश बोहरा, लाला बोहरा, ओमप्रकाश बोहर, लालचंद खंडेलवाल, शिवकुमार योगी आदि परिजन व ग्रामीण मौजूद रहे।
परिजन जो केदारनाथ का नाम बता रहे है वह नाम लिस्ट में नही था अगर वह स्वतंत्रता सेनानी है और आगे से आदेश आएगा तो नाम छपवा देंगे।
मुकेश कुमार ग्रामविकास अधिकारी पचेरी कलां
पट्टी पर जो नाम आया है इसमें हमारे बड़े बड़े ताऊजी स्वतंत्रता सेनानी केदारनाथ जी का नाम नहीं आया। अंग्रेजी हुकूमत के समय स्वतंत्रता सेनानी केदारनाथ शर्मा व स्वतंत्रता सेनानी पंडित ताड़केश्वर शर्मा दोनो को सवा दो साल की जेल हुई थी और केदारनाथ शर्मा जी ने जेल में अनेक किताबे लिखी थी और इन दोनों को सेंटर गवर्मेंट व राज्य सरकार दोनो से अलग अलग ताम्रपत्र मिले थे और दो प्रकार की पेंशन मिलती थी आज लिस्ट में इनका नाम नहीं है फिर अगली लिस्ट में दूसरे स्वतंत्रता सेनानी का नाम हटेगा ऐसे करके सभी का नाम हटा दिया जाएगा। ये तो फिर स्वतंत्रता सेनानी का अपमान करना हुआ हमने ग्रामविकास आधिकारी को कहा है और कलेक्टर साहब को भी लिखित में देंगे और इनका नाम जुड़वाएंगे।
- सुरेश शर्मा स्वतंत्रता सेनानी पुत्र पचेरी कलां।