झुंझुनूं-उदयपुरवाटी : नीमकाथाना नया जिला बनने से उदयपुरवाटी तहसील का अस्तित्व कमजोर हो गया है। यहां अब महज 15 राजस्व गांव ही बचे हैं जबकि गुढ़ागौड़जी तहसील में राजस्व गांवों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है। इसी तरह गुड़ा उपतहसील में भी 26 राजस्व गांव हैं जो उदयपुरवाटी तहसील से दो गुणा हैं।
उदयपुरवाटी तहसील का गिरदावर सर्किल रघुनाथपुरा भी गुढ़ागौड़जी में शामिल हो गया। तहसील के पटवार मंडल रघुनाथपुरा, पोसाना, धमौरा व सिंगनौर को गुढ़ागौड़जी तहसील में शामिल कर दिया। इस प्रकार उदयपुरवाटी तहसील के 12 राजस्व गांव गुढ़ागौड़जी में शामिल हो गए। इससे गुढ़ा तहसील के राजस्व गांवों की संख्या 69 हो गई। उदयपुरवाटी पूरी तहसील के राजस्व गांवों की बात करें तो यह 53 से घटकर 41 रह गए। उदयपुरवाटी तहसील में उदयपुरवाटी, इंद्रपुरा, नांगल, बागोरा, छापोली, मंडावरा व जहाज पटवार सर्किल रह गए हैं। गुड़ा उप तहसील में गुड़ा, पौंख, मणकसास, बाघोली, पापड़ा, पचलंगी, सराय, जोधपुरा, चंवरा, ककराना, नेवरी व किशोरपुरा पटवार मंडल शामिल हैं।
नेताओं ने साध रखी है चुप्पी : विधान सभा चुनाव नजदीक होने से उदयपुरवाटी तहसील के वर्चस्व को बचाने और बढ़ाने के लिए कोई नेता सामने नहीं आ रहा है। कुछ नेताओं को यहां से वोट नहीं मिलते हैं इसलिए वे उदयपुरवाटी के बारे में चुप्पी साधे बैठे हैं जबकि गुढ़ागौड़जी तहसील को मजबूत करने के लिए तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसे में नवलगढ़ व खंडेला की नजदीकी पंचायतों को जोड़ा जा सकता है। नजदीक की ग्राम पंचायतों को किया जा सकता है शामिल : उदयपुरवाटी तहसील के नजदीक नवलगढ़ तहसील की ग्राम पंचायत पहाड़ीला, चिराना, बागोरियों की ढाणी, टोडपुरा, टोंकछीलरी व गिरधरपुरा तथा खंडेला तहसील की ग्राम पंचायत कोटड़ी लुहारवास, पनिहारवास, रामपुरा, केरपुरा व चौकड़ी को उदयपुरवाटी तहसील में मिलाकर इसका दायरा बढ़ाया जा सकता है। इन ग्राम पंचायतों को मिलाने से उदयपुरवाटी तहसील और उपखंड के अस्तित्व को मजबूती मिल सकती है।