Communal Discord Pertains: दिल्ली से 85 किलोमीटर दूर हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद हालात काबू में हैं, लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन हालात सामान्य करने की कोशिश में जुटे हैं, इसी कड़ी में बुधवार नूंह में सुबह 9 बजे से कर्फ्यू शुरू हुई ढील दोपहर 1 बजे तक जारी रहेगी। इस बीच पंचायतों में दिए जाने वाले भड़काऊ बयान पुलिस प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। ताजा मामले में 50 से अधिक पंचायतों ने तीन जिलों (रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और झज्जर) में मुस्लिमों के प्रवेश पर बैन लगा दिया है।
बढ़ सकता है तनाव
मिली जानकारी के अनुसार, तीन जिलों-रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और झज्जर में 50 से अधिक पंचायतों द्वारा किए गए इस ताजा निर्णय से नूंह में शांतिपूर्ण माहौल बिगड़ सकता है। इन पंचायतों ने संबंधित गांवों में मुस्लिम व्यापारियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने वाले नोटिस जारी किए हैं। इसके अतिरिक्त इन गांवों के निवासियों को अपनी पहचान से संबंधित आधिकारिक दस्तावेज पुलिस को जमा करने का निर्देश दिया गया है। यह एक ऐसा आदेश है, जिससे तनाव और बढ़ने की संभावना है।
हैरत की बात तो यह है कि रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ के अलावा झज्जर जिले में भी मुस्लिमों की आबादी न के बराबर है। वहीं, पंचायत की ओर से जारी किए गए बयानों में इस बात पर जोर दिया गया है कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है, बल्कि व्यवस्था बनाए रखना है।
इस पर नारनौल (महेंद्रगढ़) के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने कहा कि नोटिस की कोई भौतिक प्रतियां नहीं मिलीं हैं, फिर भी उन्होंने उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित होते देखा है। स्थानीय प्रशासन ने इस पर संज्ञान लिया है और इसमें शामिल सभी पंचायतों से स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। गौरतलब है कि नूंह में 31 जुलाई को जबरदस्त हिंसा हुई है। इसमें आधा दर्जन लोगों की जान चली गई थी।