भरतपुर : पति ने पढ़ा लिखाकर बनाया CRPF काॅन्स्टेबल तो पत्नी ने ले ली जान, जानें हत्या की वजह

भरतपुर : राजस्थान के भरतपुर में सीआरपीएफ में तैनात एक महिला काॅन्स्टेबल ने अपने प्रेमी काॅन्स्टेबल के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। प्रेमी शादीशुदा होने के साथ महिला के साथ ही सीआरपीएफ में तैनात है। जबकि महिला का पति गांव में ही खेतीबाड़ी करने का काम करता है। जानकारी अनुसार दोनों के बीच पिछले ढाई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। बता दें कि गांव में महिला काॅन्स्टेबल पूनम जाट अपने प्रेमी रामप्रताप को मुंहबोला भाई बताती थी।

महिला काॅन्स्टेबल के प्रेम प्रसंग का पता जब उसके पति संजय को चला तो उसने पूनम के साथ मारपीट की। इसके बाद पूनम ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति संजय की हत्या कर दी। संजय के पिता मनीराम ने बताया कि यकीन नहीं हो रहा कि मेरे बेटे ने ने उसे पढ़ा लिखाकर सीआरपीएफ का काॅन्स्टेबल बनाया उसी ने उसकी हत्या कर दी। जब वह शादी करके घर आई तो 9वीं पास थी। मनीराम ने बताया कि मेरे तीनो बेटों की शादी एक ही परिवार में हुई थी। तीनों बहनों में पूनम सबसे बड़ी थी। संजय का एक छोटा भाई प्राइवेट नौकरी करता है तो वहीं दूसरा आर्मी में है।

ढाई साल से चल रहा था अफेयर

संजय के पिता ने बताया कि उसके 2 बच्चे थे। दोनों बच्चों को संजय और परिवार ने मिलकर संभाला। 12वीं की पढाई पूरी होने के बाद संजय के कहने पर पूनम ने सीआरपीएफ की तैयारी शुरू कर दी। 2014 में पूनम का सीआरपीएफ में चयन हो गया। ढाई साल पहले पूनम की पोस्टिंग श्रीनगर में हो गई। वहां उसकी मुलाकात सीआरपीएफ में तैनात रामप्रताप से हुई। रामप्रताप अलवर के बानसूर का निवासी है। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गई पूनम दिल्ली आ गई और रामप्रताप नागालैंड चला गया। लेकिन दोनों के बीच फोन पर बातचीत का सिलसिला जारी था। पूनम रामप्रताप को अपना मुहंबोला भाई बताती थी।

कार में दुपट्टे से गला दबाकर की हत्या

रामप्रताप से अफेयर के दौरान पूनम 2 फोन रखने लगी थी। इस दूसरे फोन के बारे में संजय और उसके परिवार को नहीं पता था। एक दिन ससुराल वालों ने उसे रामप्रताप से फोन पर बात करते देख लिया। पूनम की दोनों बहनों और उसके पति ने पूछा तो बताया कि रामप्रताप उसका मुहंबोला भाई है। पूनम के दूसरे फोन से यह खुलासा हो गया कि उसका रामप्रताप के साथ अफेयर है।

इसके बाद संजय भी परेशान रहने लगा। इस बीच पूनम ने अपने पति को फोन कर 31 जुलाई को दिल्ली बुलाया। दिल्ली के मेट्रो स्टेशन पर पूनम अपने प्रेमी के साथ कार में पति का इंतजार कर रही थी। इसी कार में पूनम ने अपने पति का संजय का दुपट्टे से गला दबाकर अपने पति की हत्या कर दी। और फिर अपने युनिट चली गई।

प्रेमी ने बानसूर में दफना दिया पति का शव

इस बीच संजय जब वापस घर नहीं लौटा तो उसके पिता ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए पूनम से पूछताछ की और उसकी फोन डिटेल खंगाली। पुलिस द्वारा सख्ती पूछताछ करने पर पूनम ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूनम के प्रेमी रामप्रताप ने बताया कि संजय की हत्या के बाद वह शव को कार की डिग्गी में रखकर बानसूर ले गया। और गड्ढा खोदकर उसे दफना दिया।

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