झुंझुनूं : झुंझुनूं में आई फ्लू के साथ अन्य बीमारियां भी कहर बरपा रही है। जिला अस्पताल के बैड मरीजों से फूल होने लगे है। अस्पताल में मरीजों की लंबी लाइन नजर आ रही है। लोग वायरल बुखार, डायरिया, मांसपेशियों में दर्द और आई फ्लू की चेपट में आ रहे है।
जिला अस्पताल की ओपीडी में ऐसे 60 फीसदी मरीज इन्हीं बीमारियों के पहुंच रहे हैं।
गुरूवार को ओपीडी में 3 हजार से ज्यादा मरीजों ने उपचार के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। सभी ने चिकित्सकों को दिखाकर उपचार लिया। अधिकतर मरीज वायरल बुखार, मांसपेशियों में दर्द और आई फ्लू से पीड़ित पाए गए।
फिजिशियन डॉ. कैलाश राहड़ ने बताया कि 1000 के करीब मरीज मांसपेशियों के दर्द व बुखार से पीड़ित थे। इन्हें उपचार दिया गया हैं। इसके साथ ही इनमें से सौ मरीजों को रक्त की जांच कराने के कहा गया। नेत्र रोग विभाग में 500 से अधिक मरीज पहुंचे। जहां नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. शीशराम ने बताया कि इस समय अधिकतर मरीज आई फ्लू के आ रहे हैं। इन्हें उपचार के साथ-साथ सावधानियां बरतने की अपील की जा रही है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र भांबू ने बताया कि इन दिनों बच्चे आई फ्लू के साथ डायरिया, बुखार से पीड़ित आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बदलते मौसम में उचित खानपान न होने के कारण बुखार के साथ-साथ डायरिया भी बढऩे लगा है। अभिभावक बच्चों की सेहत के प्रति सजग रहें।
बुखार, शरीर में दर्द के मरीज अधिक
चिकित्सक डॉ. कैलाश राहड़ ने बताया कि ओपीडी में ऐसे मरीज भी आ रहे हैं। जिनको बुखार, खांसी, शरीर में दर्द, थकान और आंखों में दर्द और सूजन हो रही हैं। वर्षा के साथ पड़ रही उमस भरी गर्मी के कारण वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। नेत्र रोग चिकित्सक डॉ. शीशराम गोठवाल ने बताया कि ओपीडी में उन्होंने सैकड़ों मरीजों को उपचार दिया। कई मरीजों की आंख और पलकों पर सूजन मिली। इनमें 60-70 बच्चे ऐसे रहे, जिनकी आंखों में जलन-खुजली हो रही थी।
शिशु वार्ड में क्षमता से 50 अधिक
जिला अस्पताल के शिशु विभाग में इन दिनों बेड फुल होने लगे है। शिशु वार्ड में 50 बेड की क्षमता है। इनमें 60 बच्चे उपचार करा रहे हैं। 250 से 300 बच्चे रोज उपचार के लिए आ रहे है। अधिकांश बच्चे आई फ्लू के साथ पेट दर्द, वायरल बुखार, खांसी आदि से ग्रसित हो रहे है।
इन बातों का रखें ख्याल…
ठंडा पानी और आइसक्रीम से बचें। पानी उबालकर ठंडा होने पर पीएं। हाथों की सफाई रखें। आंखों को रगड़े नहीं। हाथों को साफ करके ही छुएं। थकान, मांसपेशियों में दर्द और आंखों में दर्द हो तो चिकित्सक को दिखाएं।