झुंझुनूं-उदयपुरवाटी : नगर पालिका अध्यक्ष रामनिवास सैनी का निलंबन होने के 10 दिन बाद गुरुवार को उपाध्यक्ष रुकसाना बानो ने चेयरमैन की कुर्सी संभाल ली है। उन्होंने कार्यभार अधिग्रहण करके उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी है।
जानकारी के अनुसार नगर पालिका में चार बागवानों की अनियमित भर्ती के आरोप में चेयरमैन रामनिवास सैनी को डीएलबी निदेशक एवं शासन उप सचिव ह्देश कुमार शर्मा ने प्रथम दृष्ट्या दोषी मानते हुए 25 जुलाई को निलंबित कर दिया था। चेयरमैन के निलंबित होने के बाद 10 दिन तक कुर्सी खाली पड़ी रही। सरकार ने ना उपाध्यक्ष को चार्ज दिलवाया और ना ही किसी अन्य को चेयरमैन नियुक्त किया।
ऐसे में पालिका उपाध्यक्ष ने गुरुवार को अपने समर्थक पार्षदों के साथ आकर कार्यभार ग्रहण कर लिया व पालना रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी। इस मौके पर पार्षद संदीप सोनी, पिंटू स्वामी, संजय खान, अंजू खान, राधेश्याम रचेता, बंटी, मंजूर खान, इमरान कच्छावा, इमरान कायमखानी जमात, मदनलाल सैनी, अनवर अली आदि मौजूद थे।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
नगर पालिका सेवा से रिटायर्ड अधिशाषी अधिकारी मालीराम शर्मा का कहना है कि पालिका अधिनियम में स्पष्ट उल्लेख है कि चेयरमैन का पद रिक्त होने पर अगर जिस वर्ग का चेयरमैन है उसी वर्ग का उपाध्यक्ष है तो तुरंत कार्यभार ग्रहण करना चाहिए, अगर अध्यक्ष का पद किसी वर्ग विशेष के लिए आरक्षित है और उपाध्यक्ष उस वर्ग का नहीं है तो सरकार किसी अन्य पार्षद को चेयरमैन मनोनीत करती है।
राजस्थान उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एडवोकेट संजय महला का कहना है कि कानून में स्पष्ट प्रावधान है। नगर पालिका चेयरमैन का निलंबन होने के बाद वाइस चेयरमैन को कार्यभार ग्रहण करने में कोई दिक्क नहीं है।
उदयपुरवाटी अधिशाषी अधिकारी रामनिवास कुमावत ने बताया कि मुझे किसी कार्य से जिला कलेक्टर महोदय ने बुला रखा था। इसलिए मैं फाइल लेकर झुंझुनूं आया हुआ हूं। उपाध्यक्ष के चार्ज ग्रहण करने के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
उदयपुरवाटी चेयरमैन कार्यवाहक रुकसाना बानो ने कहा कि प्रशासन शहरों के संग अभियान चल रहा है ऐसे में सरकारी योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा था। मैने चार्ज ले लिया है, अब बिना किसी भेदभाव के शहर का विकास करने का प्रयास करूंगी।