मध्य प्रदेश-सतना : सतना के मैहर में 11 साल की बच्ची से गैंगरेप:गंभीर हालत में रीवा रेफर, आरोपी शारदा देवी मंदिर प्रबंध समिति के कर्मचारी, दोनों बर्खास्त

मध्य प्रदेश-सतना : सतना जिले के मैहर में 11 साल की बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बच्ची को गंभीर हालत में रीवा जिला अस्पताल रेफर किया गया है। पीड़िता के बयान के बाद दोनों आरोपियों अतुल कुमार बढोलिया और रवि कुमार की शिनाख्त भी कराई गई। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 अगस्त तक जेल भेज दिया गया।

दोनों आरोपी शारदा देवी मंदिर प्रबंध समिति के कर्मचारी है। जिन्हें इस घटना के बाद मंदिर समिति ने बर्खास्त कर दिया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। इधर, एसपी आशुतोष गुप्ता ने मैहर पहुंच कर घटना स्थल का मुआयना किया। उन्होंने मामले की गंभीरता से जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

बच्ची गुरुवार दोपहर करीब एक बजे घर के बाहर से लापता हो गई थी। शुक्रवार सुबह वह लौटी। उसकी हालत बेहद खराब थी। वजह पूछने पर उसने परिजन को वारदात की जानकारी दी। इसके बाद परिजन स्थानीय लोगों के साथ थाने पहुंचे और FIR दर्ज कराई।

बच्ची को मेडिकल जांच के लिए मैहर सिविल अस्पताल भेजा गया।
बच्ची को मेडिकल जांच के लिए मैहर सिविल अस्पताल भेजा गया।

पुलिस ने पीड़िता को परिजन और स्टाफ के साथ मेडिकल चेकअप के लिए मैहर सिविल हॉस्पिटल भेजा। यहां सैंपल लेने के बाद बच्ची को इलाज के लिए रीवा भेजा गया है।

जानकारी मिलते ही मैहर एसडीएम सुरेश जाधव, एसडीओपी लोकेश डावर, टीआई अनिमेष द्विवेदी और तहसीलदार जितेंद्र पटेल भी सिविल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घटना की जानकारी ली। बच्ची के इलाज के संबंध में डॉक्टरों से चर्चा भी की। एसडीओपी लोकेश डावर ने बताया कि मेडिकल में नाबालिग के साथ रेप की पुष्टि हुई है।

सिविल अस्पताल में सैंपल लेने के बाद बच्ची को रीवा रेफर कर दिया गया।
सिविल अस्पताल में सैंपल लेने के बाद बच्ची को रीवा रेफर कर दिया गया।

कमलनाथ बोले- बलात्कार, अत्याचार प्रदेश की छवि बन गए

मासूम से गैंगरेप की इस घटना पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश में रोज ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इनमें से कई सामने नहीं आती हैं। बच्चों के साथ बलात्कार, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार आज मध्यप्रदेश की छवि बन गई है। यहां कानून-व्यवस्था नहीं बची है। अपराधी बेखौफ हैं। किसी को किसी का डर नहीं है। कमलनाथ ने पीड़िता को बेहतर उपचार और एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की है।

सीएम शिवराज सिंह बोले- कोई भी अपराधी बचेगा नहीं

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया- मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है। मन पीड़ा से भरा हुआ है। व्यथित हूं। मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए। कोई भी अपराधी बचेगा नहीं, कठोरतम् कार्रवाई की जाएगी।

दोनों को फांसी नहीं दी तो मैं उनका गला काटूंगा:दादा बोले- दरिंदों ने 12 साल की पोती से गैंगरेप कर प्राइवेट पार्ट को लकड़ी से किया जख्मी

अगर दोनों को फांसी नहीं हुई तो मैं खुद उनका गला काट दूंगा…

यह गुस्सा है 65 साल के उस बुजुर्ग का है, जिसकी 12 साल की मासूम पोती अस्पताल में जिंदगी और मौत से लड़ रही है। मासूम की इस हालत के जिम्मेदार वो 2 हैवान हैं, जिन्होंने उसके साथ पहले गैंगरेप किया फिर उसके प्राइवेट पार्ट में 14 इंच लंबी लकड़ी डालकर जंगल में मरने के लिए छोड़ दिया। मासूम रातभर जंगल में तड़पती रही। अभी वह रीवा के संजय गांधी मेडिकल कॉलेज के आईसीयू वार्ड में भर्ती है। 5 डॉक्टरों की टीम की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है।

गैंगरेप करने वाले दोनों आरोपी मैहर पुलिस की गिरफ्त में हैं, जिन्हें सरेआम फांसी पर लटकाने की मांग की जा रही है। सरकार आरोपियों को सख्त सजा दिलाने की बात कही रही है। वहीं, विपक्ष लगातार महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर सरकार को इसके लिए जिम्मेदार बता रही है।

पुलिस ने बच्ची को मैहर अस्पताल में भर्ती करवाया और उग्र भीड़ को शांत किया। यहां से बच्ची को सतना जिला अस्पताल ले जाया गया था। फिर रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।

इतनी खराब हालत में थी कि लगा मर चुकी है

सतना जिले के मैहर स्थित मां शारदा देवी मंदिर से 500 मीटर दूर कुछ परिवार झोपड़ी बनाकर रहते हैं। ये लोग मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण-पोषण करते हैं। इन्हीं में एक घर पीड़ित परिवार का है। गुरुवार को 12 साल की बच्ची दोपहर में खाना खाने के बाद घर के बाहर खेल रही थी। दो-तीन घंटे तक नजर नहीं आने पर परिवार के सदस्यों ने उसे खोजा, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। दादी ने तत्काल बच्ची के दादा को जानकारी भिजवाई। इसके बाद पूरा मोहल्ला बच्ची को खोजने में जुट गया। रातभर वे उसे खोजते रहे।

शुक्रवार सुबह भी बच्ची की तलाश जारी रही। करीब 9 बजे मोहल्ले की ही रानी नाम की महिला जंगल की ओर गई तो उसे बच्ची नजर आई। बच्ची मंदिर से करीब आधा किमी दूर बनी गोशाला के आगे पड़ी हुई थी। उसकी हालत इतनी खराब थी, उसने परिवार को सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे तो उन्हें लगा कि बच्ची की मौत हो चुकी है। आक्रोशित भीड़ बच्ची को मैहर थाने लेकर पहुंची, जहां से पुलिस बच्ची की हालत देखकर उसे अस्पताल लेकर पहुंची। यहां पता चला कि वह जिंदा है और उसके प्राइवेट पार्ट में लकड़ी डाली गई है।

मैहर में डॉ. सीमांका गर्ग ने उसका प्राथमिक इलाज किया। उसकी हालत को देखते हुए उसे सतना जिला अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। सीएमओ संजय गांधी मेडिकल कॉलेज के डॉ. यत्नेश त्रिपाठी का कहना है कि सतना जिला अस्पताल से बच्ची काे रीवा मेडिकल कॉलेज रैफर किया गया था। उसके साथ रेप हुआ है।

गोशाला में काम करता है एक आरोपी, दूसरा लेबर है

निर्भया जैसे कांड की पुनरावृत्ति करने वाले दोनों आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 अगस्त तक न्यायिक अभिरक्षा में मैहर उप जेल भेज दिया गया है। इस घिनौनी वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी मैहर मंदिर प्रबंध समिति के कर्मचारी थे। दोनों आरोपियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। अतुल बढोलिया पिता सुरेश बढोलिया उसी गोशाला के काम करता था, जिसके पास जंगल में उसने रवि कुमार रवि पिता बिहारीलाल के साथ मिलकर नाबालिग के साथ दरिंदगी दिखाई। जबकि रवि समिति में लेबर था। अतुल के पिता नगर रक्षा समिति के अध्यक्ष रहे हैं। उसका घर घटनास्थल से लगभग 3 किमी दूर किला रोड पर है, जबकि आरोपी रवि अरकंडी का रहने वाला है। दोनों के पक्के घर बने हुए हैं।

भिक्षाटन से चलता है परिवार का गुजारा

पीड़िता का परिवार झुग्गी बस्ती में निवास करता है। पिता का दो साल पहले निधन हो चुका है। उन्हें टीबी की बीमारी थी। ऐसे में बच्ची अपनी मां, दादा-दादी और 6 साल की छोटी बहन के साथ यहां रहती है। परिवार का गुजारा भिक्षाटन से होता है। प्रारंभिक जानकारी में यह भी पता चला है कि पीड़िता की मानसिक हालत भी उतनी दुरुस्त नहीं है।

दादा बोले- दोनों दरिंदों को फांसी मिलना चाहिए

रीवा के संजय गांधी मेडिकल कॉलेज के आईसीयू वार्ड के बाहर बैठे पीड़िता से दैनिक भास्कर ने बात की। उन्होंने बताया कि ‘गुरुवार को दोपहर करीब 3 बजे मेरी 12 साल की बेटी खेलते हुए लापता हो गई, तभी से हम उसे ढूंढते रहे। पूरी रात तलाशने के बाद शुक्रवार सुबह 9 बजे बेसुध मिली। लगा कि उसकी मौत हो गई। थाने का घेराव किया। फिर अस्पताल ले गए। बेटी के साथ दरिंदगी करने वालों को फांसी मिलना चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम उनकी गर्दन काट देंगे।’

मां बोलीं- मेरी आंखों के सामने दोनों को फांसी हो

बच्ची की मां ने रोते हुए कहा कि रवि और अतुल मैहर अस्पताल के कर्मचारी हैं। वे मंदिर में ही ड्यूटी करते हैं। दोनों बेटियों को घर पर छोड़कर मैं कुछ कागज बनवाने नगर पालिका गई थी। मेरी बड़ी बेटी बाहर खेल रही थी। पास ही दूल्हा बाबा की टंकी है। वहीं से पहाड़ लगा हुआ है। ये दोनों तभी बच्ची को उठाकर ले गए होंगे। हमने बच्ची को काफी खोजा, लेकिन वह नहीं मिली। सुबह थाने पहुंचे। वहां प्राथमिकी दर्ज कराई। इसके बाद करीब 10 बजे बच्ची हमें बेसुध मिली। हम चाहते हैं कि बच्ची ठीक हो जाए और हमारी आंखों के सामने दोनों को फांसी दी जाए। अगर सुनवाई नहीं हुई तो हम आगे जाएंगे। वहीं, पीड़िता की दादी का कहना है कि मेरी बच्ची से दरिंदगी की गई। आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।

दोनों आरोपी गिरफ्तार: DIG

रीवा रेंज के डीआईजी मिथिलेश शुक्ला ने बताया कि सतना जिले के मैहर में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना घटित हुई है। पुलिस ने तत्काल दबिश देकर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया है। बच्ची का इलाज कराया जा रहा है।

एसपी पहुंचे घटनास्थल

सतना एसपी आशुतोष गुप्ता ने शुक्रवार को मैहर पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने मातहत अधिकारियों को गंभीरता से जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उधर, रीवा में पीड़िता से बयान के बाद दोनों आरोपियों अतुल कुमार बढोलिया और रवि कुमार रवि की शिनाख्त भी कराई गई। दोनों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 366 A, 376,376 DB,323,324,34 एवं पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

पीड़िता की हालत स्थिर: टीआई

मैहर टीआई अनिमेष द्विवेदी ने बताया कि पीड़िता को इलाज के लिए रीवा में भर्ती कराया गया है। वहां सभी जांचें कर ली गई हैं, उसकी हालत स्थिर है। सुबह जब उसे मैहर सिविल अस्पताल ले जाया गया था, तब महिला डॉक्टर ने लकड़ी निकाल ली थी, उसका प्राथमिक इलाज मैहर में ही किया गया था। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

कलेक्टर ने रेडक्रॉस से दिए 50 हजार

नाबालिग पीड़िता के परिवार की आर्थिक स्थिति के मद्देनजर कलेक्टर अनुराग वर्मा ने 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान किए जाने का आदेश दिया है। पीड़िता का इलाज प्रशासन मेडिकल कॉलेज रीवा में करा रहा है। उधर, आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन की भी तैयारी शुरू कर दी गई है।

थाने पहुंचे लोगों ने की कड़ी सजा की मांग

घटना के बाद शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंचे। यहां लोगों का कहना था कि इस घटना ने संवेदनाओं को तार-तार कर दिया। जिसकी जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाओं में प्रदेश पहले नंबर पर रहा है। अब नाबालिग बालिकाओं के साथ हो रही गैंगरेप जैसी घटनाओं ने प्रदेश का सिर शर्म से झुका दिया है। मैहर के आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पीड़ित बालिका को राज्य सरकार द्वारा 1 करोड़ की सहायता राशि देनी चाहिए।

बच्ची से गैंगरेप की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंचे और आरोपियों को फांसी पर लटकाने की मांग करने लगे।

सीएम शिवराज सिंह बोले- कोई भी अपराधी बचेगा नहीं

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया- मैहर में बेटी के साथ दुष्कर्म की जानकारी मिली है। मन पीड़ा से भरा हुआ है। व्यथित हूं। मैंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि कोई भी अपराधी बचना नहीं चाहिए। प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि बेटी के समुचित इलाज की व्यवस्था की जाए। कोई भी अपराधी बचेगा नहीं, कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

कमलनाथ बोले- बलात्कार, अत्याचार प्रदेश की छवि बन गए

मासूम से गैंगरेप की इस घटना पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश में रोज ऐसी घटनाएं हो रही हैं। इनमें से कई सामने नहीं आती हैं। बच्चों के साथ बलात्कार, महिलाओं पर अत्याचार, आदिवासी अनुसूचित जनजाति वर्ग पर अत्याचार आज मध्यप्रदेश की छवि बन गई है। यहां कानून-व्यवस्था नहीं बची है। अपराधी बेखौफ हैं। किसी को किसी का डर नहीं है। कमलनाथ ने पीड़िता को बेहतर उपचार और एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता की मांग की है।

सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस ने ट्वीट कर पीएम मोदी और सीएम शिवराज पर निशाना साधा

सर्वभारतीय तृणमूल कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट कर लिखा-

महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित राज्य के रूप में मध्य प्रदेश की बदनामी जारी है!

लाडली लक्ष्मी और लाडली बहना जैसी योजनाओं के साथ महिला-हितैषी शासन होने का दिखावा करने वाली सरकार इस मुद्दे पर चुप क्यों है?

सीएम शिवराज, अपनी प्यारी भांजियों की रक्षा करने वाले मामा अपने राज्य में महिलाओं और बच्चियों की दुर्दशा को लेकर जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं?

वो स्पोक्सपर्सन जो विपक्ष की सरकार वाले राज्यों पर सवाल उठाने के लिए सबसे आगे रहते हैं, चुप क्यों हैं?

क्या स्मृति इरानी में मध्य प्रदेश में महिलाओं की दयनीय स्थिति का सामना करने के लिए राजनीतिक नाटक और नकली आक्रोश को किनारे करने की हिम्मत है?

और सबसे बढ़कर, पीएम की नारी सशक्तिकरण के लिए योद्धा होने का दावा करने वाली सरकार, डबल इंजन सरकार का दावा करने वाले राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में कैसे फेल हो गई?

पुलिस ने बच्ची को मैहर अस्पताल में भर्ती करवाया और उग्र भीड़ को शांत किया। यहां से बच्ची को सतना जिला अस्पताल ले जाया गया था। फिर रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
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