हरियाणा : दिल्ली में ITO के पास बैराज के 32 में से 5 गेट न खुलने के खुलासे से हरियाणा सरकार में हड़कंप मच गया है। इसे देखते हुए CM मनोहर लाल खट्टर ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बना दी है। जिसमें सिंचाई विभाग के 2 चीफ इंजीनियर को शामिल किया गया है। CM ने 48 घंटे में इसकी जांच कर रिपोर्ट तलब की है।
दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि इन गेट का संचालन हरियाणा सरकार करती है। इनके 5 गेट न खुलने की वजह से दिल्ली में पानी फैलता गया। गेट खुल जाते तो दिल्ली से तेजी से पानी बाहर निकल जाता। हरियाणा सरकार को दिल्ली में कोई दिलचस्पी नहीं, इसलिए इन गेट की मरम्मत नहीं कराई।
CM मनोहर लाल ने कहा कि सरकार पूरी निष्पक्षता के साथ आईटीओ बैराज के 5 गेट नहीं खुलने के मामले की सच्चाई जानना चाहती है।
वहीं मौसम विभाग ने 19 जुलाई तक राज्य के अधिकतर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। 17 जुलाई को उत्तर हरियाणा के 7 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की है। 5 दिनों के लिए हरियाणा में यलो अलर्ट रखा गया है।
16 जुलाई को पूरे प्रदेश में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम स्तर की बारिश बूंदाबांदी की संभावना है। हालांकि पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, करनाल, मेवात व पलवल में 25 से 50 प्रतिशत क्षेत्र में बारिश की संभावना है। प्रदेश के अन्य जिलों में गिने चुने स्थानों पर बूंदाबांदी संभव है।
वहीं पलवल में यमुना का पानी ओवरफ्लो हो गया है। जिससे चांदहट पुलिस थाना डूब गया। वहीं 14 गांवों में पानी घुस गया है। यहां मकान भी पानी में गिर गया। वहीं स्कूल की बिल्डिंग गिर गई। पलवल में 50KM इलाके में पानी फैल गया है। इसे देखते हुए 2 फीडर की बिजली काट दी गई है।
वहीं घग्गर में बांध टूटने से सिरसा व फतेहाबाद में हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। रात को सिरसा में घग्गर नदी का बांध रात 10 बजे मुसाहिबवाला और नेजाडेला खुर्द के पास टूट गया।
फतेहबाद में चांदपुरा के पास घग्घर नदी टूट गई है। रतिया क्षेत्र में कई जगह पानी ओवरफ्लो है, रंगोई नाला भी 2 जगह टूटा है। प्रशासन ने फतेहाबाद के 3 गांवों में धारा 144 लागू कर दी गई है।
सोनीपत में पहुंचे डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला शनिवार शाम को सोनीपत में यमुना प्रभावित गांव जाजल और जाजल टोंकी में हालात का जायजा लेने पहुंचे। ग्रामीणों द्वारा पशुचारे की किल्लत की समस्या दुष्यंत के सामने रखी। चौटाला ने आश्वासन दिया कि पशुओं के लिए चारा सरकार व प्रशासन की ओर से भिजवाया जाएगा। गांव जाजल टोंकी के रास्ते को चौड़ा और पक्का रोड बनाने की बात कही है।
दुष्यंत ने सोनीपत में पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के आरोप पर जवाब दिया और कहा कि बाढ़ राहत इंतजामों पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे, लेकिन प्राकृतिक आपदा के सामने किसी की नहीं चलती। डिप्टी सीएम ने सोनीपत क्षेत्र में धीरे-धीरे यमुना का पानी कम हो रहा है। यहां के प्रभावित ग्रामीणों की पूरी मदद की जा रही है।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला फरीदाबाद भी पहुंचे। यहां उन्होंने बाढ़ ग्रस्त मंझावली समेत कई गांवों का नाव में दौरा किया। इस दौरान डिप्टी CM ने अधिकारियों को बचाव कार्य में तेजी लाने के आदेश दिए।
सरस्वती नदी में 20 हजार क्यूसेक पानी
इस बीच कुरुक्षेत्र के लिए सरस्वती नदी वरदान साबित हुई। सरस्वती बोर्ड के चेयरमैन धूमन सिंह किरमिच ने कहा कि यमुनानगर, अंबाला व कुरुक्षेत्र और मारकंडा व टांगरी का 20 हजार क्यूसेक से भी ज्यादा पानी लेकर चल रही है।
सिरसा में बांध टूटने पर DC पार्थ गुप्ता और SP उदय सिंह मीणा बाइक पर बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के लिए निकले। दोनों के साथ बाइक पर ही सरकारी अमला भी था। उधर, सिरसा-सरदूलगढ़ हाईवे पर बनी पुलियों को बंद करने के विरोध में किसानों ने रोड जाम कर दिया।
राज्य में अंबाला, पंचकूला, कुरूक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर, पानीपत और कैथल जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
आज सुबह कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश
इस बीच पानी से हुई तबाही झेल रहे यमुनानगर में सुबह एक बार फिर 5 एमएम बारिश हुई। यमुना के कैचमेंट एरिया में बारिश से हथिनी कुंड बैराज में पानी बढ़ रहा है। दूसरी तरफ प्रदेश के कई अन्य जिलों में बारिश का दौर रुक रुक कर जारी है। सुबह रोहतक में 1 एमएम, महेंद्रगढ़ व नारनौल में 1-1 एमएम और नूंह के मंडोकला में 0.5एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। कई अन्य जिलों में मौसम खराब है।
हरियाणा को 2 नदियों ने डुबोया: 6 जिलों में यमुना और 5 में घग्गर से आई बाढ़; सोम, टांगरी, मारकंडा-सरस्वती भी हुई ओवरफ्लो
पहाड़ों पर हो रही बारिश से हरियाणा की यमुना और घग्गर नदियों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है।
बाढ़ की चपेट में आए हरियाणा को 2 नदियों ने डुबोया। यह नदियां यमुना और घग्गर हैं। यमुना ने हथिनीकुंड बैराज से पलवल तक 252 किलोमीटर के रूट पर पड़ने वाले 100 से अधिक गांवों को अपनी चपेट में ले लिया। वहीं घग्गर का पानी भी पंचकूला से फतेहाबाद-सिरसा तक कई गांवों में घुस चुका है। इन नदियों के साथ सूबे की 4 सहायक नदियां सोम, टांगरी, मारकंडा और सरस्वती ने भी पूरा साथ दिया।
हरियाणा में बाढ़ से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। 4 लोग लापता हैं। 126 मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं और 106 को नुकसान पहुंचा है। सरकार की ओर से अंबाला, यमुनानगर, करनाल और पानीपत में सेना बुलाई गई है। 1.24 लाख हेक्टेयर फसलों को नुकसान पहुंचा है।
हरियाणा के 11 जिले बाढ़ग्रस्त, सिरसा में बाढ़ का खतरा
हरियाणा के जिलों में बाढ़ के हालात
हरियाणा में हालात सामान्य नहीं
यमुना नदी ने इस बार कई जिलों में कहर बरपाया है। 4 जिलों यमुनानगर, करनाल, पानीपत व सोनीपत में पानी अब कम हो रहा है, लेकिन गांव व फसल अभी भी डूबी हुई हैं। फरीदाबाद व पलवल में भी यमुना का पानी मार करने लगा है।
करनाल में 34, पानीपत में 24, सोनीपत में 22 व यमुनानगर में 20 गांव बाढ़ की चपेट में है। यमुनानगर के गांव टापू कमालपुर में भूमि कटाव अधिक होने के कारण लोग अपनी जान बचाने के लिए गांव से पलायन कर रहे हैं।
सेना और NDRF मदद पहुंचाने में लगीं
दूसरी तरफ कुरुक्षेत्र में जहां मारकंडा नदी कहर बरपा रही है, वहीं कैथल, फतेहाबाद, सिरसा में घग्गर नदी एक के बाद एक गांव को चपेट में ले रही है। फिलहाल प्रदेश में बाढ़ के हालात सामान्य नहीं हैं। कई जिलों में सेना व NDRF की टीमें मैदान में राहत व बचाव के कार्य में लगी हैं। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। अंबाला, कुरुक्षेत्र व कैथल में भी बाढ़ का पानी रिहाइशी क्षेत्रों में घुसा है।