झुंझुनूं : मणिपुर में हो रहे नरसंहार और महिला को निर्वस्त्र कर गैंगरेप करने के मामले में शुक्रवार को वामपंथी व जनवादी संगठनों ने कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया। गृहमंत्री व मणिपुर के मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर आक्रोश जताते हुए जमकर नारेबाजी की। साथ ही गृह मंत्री व मणिपुर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की।
इससे पहले कार्यकर्ताओं की ओर से शहीद स्मारक पार्क से रैली निकाली। इसके बाद कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया।
रामचंद्र कुल्हरि ने बताया कि मणिपुर में सरेआम भीड़ कानून हाथ में लेकर नरसंहार कर रही है। सैकड़ों लोगों को बेहरमी से मौत के घाट उतारा जा रहा है, कई लोग लापता हैं।
महिलाओं के साथ बर्बरता की जा रही है। नग्न कर महिलाओं को सड़कों पर घुमाया जा रहा है। इसके बाद भी देश के प्रधानमंत्री व गृहमंत्री चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। सरकार हिंसा रोकने में असफल हो चुकी है। गृहमंत्री व मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
सीपीएम के सुमरे बुड़ानिया ने बताया कि पिछले 70 दिनों से मणिपुर जल रहा है। सरेआम हत्या की जा रही है। सरकार के बडे़ बडे़ नेताओं के मुंह एक शब्द नहीं निकल रहा है। महिलाओं की साथ बर्बरता की हद पा की जा रही है। महिलाओं की सरेआम इज्जत लूटी जा रही है, नंगा कर सड़कों पर घुमाया जा रहा है।
इस दौरान एसएफआई के जिलाध्यक्ष सचिन चोपड़ा, पूर्व महासचिव सचिन, डीवाईएफआई के तहसील अध्यक्ष योगेश काटारिया, छात्र नेता निकिता, अनिश धायल, एसएफआई के महासचिव साहिल कुरैशी, तहसील उपाध्यक्ष आदिल भाटी, मनीषा, अंतिम, सोनू, चंचल, संध्या, वंदना, निधी चाहर समेत कार्यकर्ता मौजूद रहे।