जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा
झुंझुनूं-शिमला : शिमला से मेहाड़ा तक सड़क का निर्माण करीब 1 वर्ष पूर्व करवाया था. जो जगह जगह से टूट गई है। विभाग की लापरवाही से गारंटी पीरियड में सड़क होने पर भी उसकी एक बार भी मरम्मत नहीं की गई है. गोरीर से मोडी तक तो सड़क का बहुत ही बुरा हाल है। सड़क को देखकर समझ नहीं आता की सड़क में गडडे है या गड्डो में सड़क। सड़क में एक दो दो फीट गहरे खड़े हो गए हैं। तथा राहगीरों का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। इस सड़क पर चलना मौत को निमंत्रण देने से कम नहीं है। इन दिनों हो रही बरसात के कारण अनेक लोग दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं। क्योंकि दो दो फीट गहरे खड़े पानी से भरे हुए हैं। जिसके कारण कोई भी अंदाजा नहीं लगा सकता इस सड़क में कितने गहरे खड़े हैं. सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिसके कारण सड़क का हाल बेहाल हो रहा है. क्षेत्र की जनता परेशान हो रही है और अधिकारी ठेकेदारों से मिलीभगत कर मौज ले रहे हैं। यही नहीं विभाग द्वारा शिमला से भाखरी तथा ठाठवाडी से हसनपुर सड़क का निर्माण हाल ही में करवाया गया था जिसमें भी काफी घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है। जिसके कारण वह सड़क भी पूरी तरह बनने से पहले ही बिखर गई।
ग्रामीणों ने इन दोनों सड़कों की जांच करवाने की मांग की है। विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के कारण इसमें ठेकेदार ने 30% राशि का भी सामान नहीं लगाया तथा 70% राशि डकार गए। जिसके कारण यह सड़क बनने से पहले ही बिखर गई यही नहीं शिमला भाखरी सड़क का तो अभी तक काम भी पूरा भी नहीं किया गया है। सड़कों के दोनों साइड में पगडंडियों का निर्माण भी नहीं करवाया गया है। ठेकेदार पगडंडी की पूरी राशि ही हजम कर गया। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल पर व उच्च अधिकारियों को की है। तथा इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाने तथा सड़कों का निर्माण पुनः करवाने की मांग की है. तथा शिमला मेहाड़ा सड़क का भी शीघ्र निर्माण करवाने की मांग की है। तथा खेतड़ी सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारीयों को बदलवाने की मांग की है। क्षेत्रवासियों का कहना है यदि शीघ्र ही शिमला मेहाड़ा सड़क का निर्माण नहीं करवाया गया तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा।