झुंझुनूं-सिंघाना : सिंघाना कस्बे के विश्व भारती शिक्षण संस्थान परिसर में गुरुवार को राजस्थान शिक्षक संघ की बैठक का आयोजन किया गया। हेतराम पायल की अध्यक्षता में हुई बैठक में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर चर्चा की गई।
बैठक को संबोधित करते हुए हेतराम पायल ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य करवाया जा रहा है, जिसके चलते शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। पूर्व में भी सरकार को शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य करवाए जाने को लेकर अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन सरकार की ओर से कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जाने के कारण शिक्षकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तथा बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है।
शिक्षकों से शिक्षण व्यवस्था के अलावा जनगणना कार्य, चुनाव ड्यूटी सहित अन्य कार्य करवाए जाने से शिक्षक अपनी व्यवस्थाओं से प्रभावित होते हैं। इसके अलावा राजकीय स्कूलों में नामांकन पर खासा प्रभाव पड़ रहा है।
इस दौरान उन्होंने निर्णय लिया कि राज्य सरकार की ओर से शिक्षकों से गैर शैक्षणिक कार्य करवाए जाने को लेकर अभियान चलाकर इस से मुक्ति दिलाने का प्रयास किया जाएगा और सरकारी स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा नामांकन करवा कर बच्चों को बेहतर शिक्षा देने को लेकर प्रेरित किया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने स्कूल में वृक्षारोपण करवाने और बच्चों को प्रोत्साहित कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया। इस दौरान राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत की कार्यकारिणी का गठन भी किया गया।
कार्यकारिणी में ओमप्रकाश जांगिड़, प्रेम कुमारी, मेवाराम, वीरेंद्र सिंह, राजेंद्र जांगिड़, अमीलाल यादव, को सदस्य मनोनीत किया गया है, जो शिक्षकों की सामने आने वाली समस्या को लेकर प्रभावी रूप से सरकार के सामने रख उनकी समस्याओं के समाधान को प्रयास करेंगे।
बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राजकीय स्कूलों का परिणाम शिक्षकों की मेहनत के चलते लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में प्रत्येक शिक्षक को अपनी भावनाओं के अनुरूप ड्यूटी का निर्वहन करते हुए बच्चों को संस्कारवान शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए।
इस मौके पर थान सिंह सोमरा, सुबे सिंह, सुमेर सिंह, बंसीलाल रामावत, लक्ष्मण सिंह, रोहिताश कुमावत, मनीराम सैनी सहित अनेक लोग मौजूद थे।