झुंझुनूं-खेतड़ी : केसीसी के सनातन धर्म मंदिर में श्री जगन्नाथ समिति की ओर से चल रही नौ दिवसीय भगवान जगन्नाथ पूजा का गुरूवार को समापन किया गया। इस दौरान समिति की ओर से दाल, भात और खीर के प्रसाद का वितरण किया। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों भाग लेकर प्रसाद ग्रहण धोक लगाई। केसीसी कार्यपालक निदेशक श्री कुमार, सुमा नायर, केसीसी कार्यपालक निदेशक जीड़ी गुप्ता, रीना गुप्ता, एके मलिक व अर्चना मलिक की मुख्य यजमानी में पंड़ित सुमन तिवाड़ी व विमल शर्मा ने विधिवत रूप से हवन करवा कर पूजा अर्चना के पश्चात भगवान को प्रसाद का भोग लगाया गया।
रात को भजन संध्या के आयोजन के बाद भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और मां सुभद्रा को यथा स्थान पर विर्सजित कर पूजा का समापन किया गया। विनायक साहू ने बताया कि पौराणिक परंपरा है कि जेष्ठ मास की पूर्णिमा को गर्मी से मुक्ति पाने के लिए भगवान 108 घड़े का स्नान कर लेते हैं। इसके कारण, भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा ज्वर से पीडि़त हो जाते हैं। भगवान के स्वस्थ होने के बाद वापस मौसी के घर से रथ में बैठ कर अपने घर जाते है।
इसी परंपरा के अनुसार आज भी विधिवत रूप से निर्वहन किया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को भगवान में आस्था रखकर विधि विधान से पूजन करना चाहिए। मनुष्य को जीव जंतुओं की सेवा करने में तत्पर रहना चाहिए। हिंदू धर्म में गाय को माता का दर्जा दिया गया है, प्रत्येक व्यक्ति को गौसेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए।
इस मौके पर एस गुहा, डॉ. आनंद, आरएस सज्वाण, डॉ. रेखा चौहान, डॉ. गोपाल राठी, डॉ विकाश खुराना, डॉ दिपीका खुराना, डॉ. महेंद्र सैनी, राजेश अग्रवाल, अभिषेक पारीक, प्रियंका पारीक, देवराज महापात्रा, पीएल दास, आशिष मलिक, सुरेंद्र, संतोष दास, निरजंन साहू, संतोश गुई, सोरभश्री नायक, गरूड़ा रामूजी, नारायणमल, घनश्यामदास, श्योराम मीणा, एमएस नागर, भुपेश बंबोरिया, राधा कृष्ण, राजा आशिष, सरीता बॉयल, वंदना गारेकर, कमलेश सहित सैंकडों श्रद्धालू मौजूद थे।