500 के नोट : भारतीय रिजर्व बैंक को 1999-2010 के बीच तिजोरियों में जमा किए गए अतिरिक्त 339.95 मिलियन करेंसी नोटों की समस्या थी. जो सरकारी सुरक्षा प्रिंटिंग प्रेसों के उत्पादन से अधिक थी.और अब यह एक पूरी तरह से अलग मुद्दे का सामना कर रहा है. जबकि टकसालों ने नए डिज़ाइन किए गए 500 रुपये के 8,810.65 मिलियन नोट जारी किए थे. लेकिन आरबीआई को केवल 7,260 मिलियन मिले और अभी तक 88,032.5 करोड़ रुपये के नोट गायब हैं जो कि बहुत चौंकाने वाला है.
इस मामले पर आरबीआई के प्रवक्ता ने आरबीआई की तिजोरियों से गायब हुए नोटों पर बोलने से इनकार कर दिया.
देश में इन तीन टकसालों में प्रिंट होता है भारतीय करेंसी
भारत देश में तीन सरकारी टकसालों भारतीय रिजर्व बैंक (पी) लिमिटेड, बेंगलुरु, करेंसी नोट प्रेस, नासिक और देवास में बैंक नोट प्रेस में अपने मुद्रा नोटों को प्रिंट करता है और भारतीय अर्थव्यवस्था में आगे वितरण के लिए उन्हें भारतीय रिजर्व बैंक की तिजोरियों में भेजता है
देश में नकली नोटों में लगातार वृद्धि हो रही है। खासकर 500 रुपए के नकली नोट सबसे अधिक सामने आ रहे हैं। नोटबंदी के बावजूद बाजार में नकली नोटों की संख्या बढ़ना चिंताजनक विषय है। एक साल में 500 रुपए के नकली नोटों में 14.36 फीसदी की वृद्धि हुई है। हालांकि बाकी अन्य नकली नोटों में कमी आई है। यह खुलासा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की हाल ही में जारी की गई कैरेंसी मैनेजमेंट रिपोर्ट में हुआ है।
जनमानस शेखावटी ने आरबीआई की कैरेंसी मैनेजमेंट रिपोर्ट की पड़ताल की तो सामने आया कि पिछले साल की तुलना में इस वित्त वर्ष में बैंकों में सबसे ज्यादा 500 रुपए के नकली नोट पकड़े गए हैं। बैंकों में 500 रुपए के नकली नोट पिछले साल की तुलना में 14.36 प्रतिशत ज्यादा पकड़े गए। गत वित्त वर्ष में 500 रुपए के 79,669 नोट पकड़े गए थे। इस वित्त वर्ष में इनकी संख्या बढ़कर 91,110 हो गई। इसी तरह 20 रुपए के नकली नोटों में भी 8.4 फीसदी की वृद्धि हुई है। अच्छी बात है कि 100 रुपए के नकली नोटों मे 14.67 प्रतिशत और 2000 रुपए के नकली नोटों मे 27.91 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
ओवरऑल गत वित्त वर्ष की तुलना में 5202 नकली नोट कम आए
ओवरऑल नकली नोटों की बात करें तो इनमें गत वित्त वर्ष की तुलना में 2.25 प्रतिशत की कमी आई है। गत वित्त वर्ष की तुलना में बैंकों में 5202 नकली नोट कम आए। रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में 2,30,971 नकली नोट बैंक व आरबीआई द्वारा पकड़े गए थे। जबकि इस वित्त वर्ष 2022-23 में 2,25,769 नकली नोट पकड़े गए हैं। यानी बैंकों में गत वित्त वर्ष की तुलना में 2022-23 में 5202 नकली नोट कम आए। जबकि वित्त वर्ष 2020-21 की बात करें तो इसमें 7.59 फीसदी की वृद्धि हुई है। 2020-21 में सभी तरह के नकली नोट 2,08,625 पकड़े गए थे। इससे इस वित्त वर्ष 17144 नकली नोट ज्यादा पकड़े गए हैं।
नोटबंदी के 7 वर्ष बाद भी 500 व 1000 के पुराने नोट लेकर बैंक में आए ग्राहक
रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि नोटबंदी के सात साल बाद भी बंद किए जा चुके 500 व 1000 के नकली नोट बैंकों में आ रहे हैं। 2022-23 में 1000 के 482 नोट बैंकों में पहुंचे। जबकि गत वित्त वर्ष इनकी संख्या 11 ही थी। 2020-21 में 500 के 9 नकली नोट पकड़े गए थे। अगले वर्ष 14 नोट सामने आए। 2022-23 में 6 नकली नोट बैंकों में पहंुचे। इसी तरह 1000 रुपए के नोट की बात करें तो 2020-21 में 2 नकली नोट पकड़े गए थे। अगले वर्ष 11 नोट सामने आए। 2022-23 में 482 नकली नोट बैंकों में पहंुचे।
कुल नकली नोटों में से 4.6 फीसदी रिजर्व बैंक तक पहुंचे
आरबीआई की रिपोर्ट की बड़ी बात यह भी है कि वित्त वर्ष 2022-23 में पकड़े गए कुल नकली नोटों में से 4.60 फीसदी नोट रिजर्व बैंक ने पकड़े, जबकि बाकी 95.40 फीसदी नोट देशभर के बैंकों में पकड़े गए। यानी सभी तरह के 10465 नकली नोट रिजर्व बैंक तक पहुंच गए। इनमें सर्वाधिक नकली नोट 100, 500 व 1000 के रहे।
सर्वाधिक 500 रुपए के 91110 नकली नोट बैंकों में जब्त किए गए-:
नोट | 2021-22 | 2022-23 |
10 | 354 | 313 |
20 | 311 | 337 |
50 | 17696 | 17755 |
100 | 92237 | 78699 |
200 | 27074 | 27258 |
500 | 79669 | 91110 |
500(पुराने) | 14 | 06 |
2000 | 13604 | 9806 |
कुल नोट | 230970 | 225766 |
देश में 2000 के नोट के सर्कुलेशन में आई गिरावट
देश में इस वर्ष 2000 के नोट के चलन में गिरावट भी दर्ज की गई है। 2021 में बाजार में 2000 के 24510 लाख नोट चलन में थे, जो 2022 में घटकर 21420 लाख व 2023 में 18111 लाख हो गए। वैल्यू की बात करें तो 2021 में 490195 करोड़ रुपए के नोट बाजार में थे, जो 2022 में घटकर 428394 करोड़ व 2023 में 362220 करोड़ हो गए।
आरटीआई एक्टिविस्ट मनोरंजन रॉय के द्वारा प्राप्त डेटा
एक्टिविस्ट मनोरंजन रॉय द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 500 रुपये के नए डिज़ाइन किए गए 375.450 मिलियन नोट करेंसी नोट प्रेस, नासिक द्वारा मुद्रित किए गए थे, लेकिन आरबीआई के रिकॉर्ड में अप्रैल के बीच केवल 345.000 मिलियन प्रिंट प्राप्त हुए। 2015 और दिसंबर 2016। पिछले महीने एक अन्य आरटीआई जवाब में कहा किकरेंसी नोट प्रेस नासिक ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2015-2016 (अप्रैल 2015-मार्च 2016) के लिए 500 रुपये के 210.000 मिलियन नोट आरबीआई को आपूर्ति किए गए थे जब रघुराम राजन आरबीआई के गवर्नर थे.
एक्सपर्ट व्यू
आरबीआई की ओर से हर नोट पर पहचान के लिए कुछ सेफ्टी फीचर्स अंकित होते हैं। आमजन को भारतीय मुद्रा की पहचान के सभी तरीकों का पता रखना चाहिए, जिससे नकली नोटों से बच सकें। हालांकि आरबीआई ने भी वित्त वर्ष 2022-23 के लिए एजेंडा तय किया गया है जिसमें आमजन को इसके लिए जागरूक किया जाएगा। साथ ही कुछ सेफ्टी फीचर्स को बदला भी जाएगा।
-सुधेश पूनिया, बैंकिंग विशेषज्ञ