अजमेर : ब्लॉक स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर में हंगामा करने के मामले में पूर्व मंत्री व प्रदेश कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष नसीम अख्तर, उनके पति कांग्रेस नेता हाजी इंसाफ अली व पुत्र समेत 15-20 जनों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज कराया है। अजमेर ग्रामीण पंचायत समिति के विकास अधिकारी की ओर से राजकार्य में बाधा डालने व अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगाए गए हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
पंचायत समिति अजमेर ग्रामीण के विकास अधिकारी विजय सिंह चौहान ने रिपोर्ट देकर बताया कि 13 जून को प्रातः 11 बजे गांधी दर्शन कार्यक्रम जिला स्तरीय गॉधी दर्शन समिति के सयोजक डॉ. श्री गोपाल बाहेती व सहसयोजक शक्ति प्रताप सिंह राठौड के सानिध्य में कार्यक्रम रीट कार्यालय में संचालित हो रहा था। उसमें वे व महावीर सिंह राठौड उपखण्ड अधिकारी अजमेर व धनश्याम सिंह पूर्व सरपंच कडेल संगीता चुतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प.स. अजमेर ग्रामीण सहित लगभग अजमेर ग्रामीण पंचायत समिति से लगभग 100 लोग उपस्थित थे। उसी समय लगभग 1 बजे इंसाफ अली, नसीम अख्तर, उसका पुत्र अरशद, रफीक, मजीत, मुकेश सिंह राठौड व 15-20 लोग एक राय होकर आए। अचानक सरकारी कार्यक्रम को रोकने के लिए गाली गलोच करते हुए सरकारी स्टेशनरी को बिखेर दिया। गॉधी दर्शन जिला समिति के संयोजक डा. श्री गोपाल बाहेती से गाली गलोच कर धमकी देने लगे व अन्य सभी प्रतिभागियों को गालिया निकालने लगे। उपखण्ड अधिकारी महावीर सिंह व विकास अधिकारी विजय सिंह के साथ धक्का मुकी कर गाली गलोच कर राज कार्य में बाधा कारित की। इन लोगो ने अपने साथियों के साथ मिलकर सरकारी उपखण्ड स्तर के गॉधी दर्शन कार्यक्रम में अनाधिकृत प्रवेश कर कार्यक्रम को बाधित कर दिया तथा सरकार की योजना व सरकारी कार्मिको को कार्य से रोका व राज्य सरकार की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया। कार्यक्रम में अनाधिकृत प्रवेश कर सरकारी कर्मचारियों व सहभागियों को कार्यक्रम में सहभागिता से बाधित किया। उनको वहां से जाने के लिए बोला फिर भी तो लोग नही गए और कार्यक्रम को रूकवा दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
सिविल लाइन थाना प्रभारी दलबीरसिंह फौजदार ने बताया कि अजमेर ग्रामीण विकास अधिकारी की ओर से दी गई रिपोर्ट पर नसीम अख्तर, इंसाफ अली और अरशद समेत 15-20 जनों के खिलाफ राजकार्य में बाधा समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।