जयपुर : लोक कला से जुड़ी जातियों और वर्गों के लिए गहलोत सरकार ने लोक कला विकास बोर्ड बनाने का फैसला किया है। सीएम अशोक गहलोत ने लोक कला बोर्ड बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। लोक कला बोर्ड में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के अलावा 7 गैर सरकारी सदस्य होंगे। बोर्ड सचिव और स्टाफ अलग से होगा। बोर्ड बनाने के लिए नोडल अफसर जल्द लगाया जाएगा।
लोक कला विकास बोर्ड में कालबेलिया, लंगा मंगणियार, नट, जागा, ढोली सहित कई कला से जुड़ी जातियों-वर्गों के लोगों को जगह मिलेगी। चुनावी साल में इन जातियों को मैसेज देने के हिसाब से इस फैसले को सियासी रूप से अहम माना जा रहा है। सरकार ने कल ही महाराणा प्रताप बोर्ड बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी।
कलाकारों को मंच उपलब्ध करवाएगा बोर्ड, रोजगार देने और वैश्विक पहचान दिलाने में मदद करेगा लोक कला विकास बोर्ड के गठन के पीछे सरकार ने मुख्य उद्देश्य कलाकारों को वैश्विक पहचान दिलाना, रोजगार से जोड़ना, लोक कला संस्थाओं को वित्तीय सहायता देना, कलाकारों को मंच उपलब्ध कराना बताया है। इसके अलावा कलाओं का प्रचार-प्रसार, संस्थाओं की मॉनिटरिंग, कल्चरल एक्सचेंज, लोक कलाओं के बारे में पत्रिकाओं और जर्नल्स का प्रकाशन, कला समीक्षा करना, लोक कला मेलों, प्रदर्शनी, व्याख्यानमाला, गोष्ठियों, समारोह का आयोजन करना भी बोर्ड का काम रहेगा।
पांच और समाज बोर्ड बनाने की मांग कर रहे हैं
गहलोत सरकार ने इससे पहले राजस्थान चर्म शिल्प कला विकास बोर्ड, राजस्थान राज्य महात्मा ज्योतिबा फुले बोर्ड, राजस्थान राज्य रजक (धोबी) कल्याण बोर्ड,वीर तेजा बोर्ड,महाराणा प्रताप बोर्ड का गठन कर चुकी है। अब भी पांच समाज बोर्ड बनाने की मांग कर रहे हैं। क्षत्रिय विकास बोर्ड, लवकुश बोर्ड, कायस्थ बोर्ड, आदिवासी बोर्ड और विश्वकर्मा बोर्ड बनाने की मांग उठ रही है। सरकार ने पहली बार पांच बोर्ड बनाए हैं। चुनावी साल में आगे भी कुछ और बोर्ड बनाए जाने के आसार है।
कला से जुड़ी जातियों को साधने के पीछे सियासी गणित और पर्सेप्शन की ताकत
सरकार ने लोक कला बोर्ड के जरिए कला से जुड़ी जातियों को मैसेज देने का प्रयास किया है। प्रदेश में कला से जुड़ी जातियां हर विधानसभा क्षेत्र में हैं। अलग अलग कलाओं में पारंगत इन वर्गों के लोगों का सामाजिक कनेक्शन अच्छा है, सियासी माउथ पब्लिसिटी में इनका बड़ा प्रभाव पड़ता है। सरकार इन्हीं कलाकारों को अब बोर्ड बनाकर साधने के प्रयास में है। लोक कला बोर्ड में अब अध्यक्ष और मेंबर्स की नियुक्ति कलाकार वर्गों से की जाएगी। बोर्डों में नियुक्तियां भी जल्द करने की तैयारी है।