अजमेर : IAS गिरधर-IPS सुशील सस्पेंड, ASI और 2 कांस्टेबल लाइन हाजिर, शराब पार्टी के बाद होटल संचालक को पीटा था

अजमेर : 12 जून की रात करीब 2:30 बजे अजमेर में होटल संचालक और कर्मचारियों से मारपीट करने के मामले में सरकार ने अजमेर में पोस्टेड आईएएस गिरधर कुमार और आईपीएस सुशील कुमार बिश्नोई को निलंबित कर दिया है। हाईवे पर स्थित होटल मकराना राज में शराब पीकर फेयरवेल पार्टी के बाद IAS और IPS ने रौब दिखाने के लिए टॉयलेट की बात पर ही होटल वालों के साथ जमकर मारपीट की थी।

होटल मालिक की ओर से आईएएस और आईपीएस अफसर और उनके दोस्तों सहित पुलिसकर्मियों पर लात-घूंसे, लाठियों से मारने-पीटने का आरोप लगाया गया है। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी अमर उजाला के हाथ लगा है। जिसमें साफ सिखाई दे रहा है कि पुलिस होटल पहुंची। फिर होटल से जा चुके आईएएस और आईपीएस को वापस होटल लेकर पुलिस वाले आए। होटल के कमरे में और बाहर लाकर लाठी-डंडों से होटल कर्मियों की पिटाई की।

अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त और अजमेर के एडिशनल एसपी सस्पेंड
जानकारी के मुताबिक मारपीट के दौरान दोनों आईएएस और आईपीएस अफसर शराब के नशे में थे। 12 जून की रात 2 बजे एएम की यह घटना है। जिसका वीडियो मंगलवार को उजागर हुआ है। सीसीटीवी वीडियो सामने आने के बाद सरकार ने दोनों अफसरों को निलंबित कर दिया है।

आईएएस गिरधर कुमार अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त थे। जबकि आईपीएस सुशील कुमार विश्नोई अजमेर के एडिशनल एसपी पद पर पोस्टेड थे। राज्य सरकार के कार्मिक विभाग ने आदेश निकाल कर कहा है कि दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच कार्यवाही विचाराधीन है। इसलिए राज्य सरकार अखिल भारतीय सेवाएं अनुशासन और अपील नियम 1969 के नियम 3 के उप नियम 1 के तहत दी गईं शक्तियों का प्रयोग करते हुए इन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के आदेश देती है।

क्या है पूरा घटनाक्रम
12 जून रात 2.30 बजे आईपीएस सुशील कुमार, एएसआई रूपाराम पुलिसकर्मियों के साथ होटल पर आए। फिर रेस्ट रूम में जाकर होटल स्टाफ के साथ लाठी, हॉकी, डंडों से मारपीट कर दी। रात करीब 2.45 बजे आईपीएस अपने दोस्तों के साथ पुलिस जीप में रवाना हो गए। इसकी शिकायत रात 3 बजे फिर गेगल पुलिस को दी गई। पुलिस के द्वारा मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सीसीटीवी में पूरी घटना रिकॉर्ड हो गई।  होटल मालिक महेंद्र सिंह ने पुलिस और आरटीडीसी चेयरमैन को सीसीटीवी फुटेज भी उपलब्ध करवाए। सीसीटीवी में आईपीएस सुशील बिश्नोई दोस्त के साथ ही वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मी मारपीट करते दिखाई दे रहे थे।

आईपीएस अफसर सुशील बिश्नोई को राज्य सरकार ने पिछले दिनों प्रदेश में नए घोषित गंगापुर जिले का ओएसडी लगाया है। जबकि इससे पहले वह अजमेर सिटी के एडिशनल एसपी पद पर पोस्टेड थे। रविवार को शहर के एक रेस्टोरेंट में उन्हें विदाई पार्टी दी गई थी। पार्टी खत्म होने के बाद 11-12 जून की दरमियानी रात 2 बजे वह कुछ दोस्तों के साथ होटल में खाना खाने पहुंचे थे। जिनमे आईएएस गिरधर भी शामिल थे।

होटल मालिक महेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि सुशील बिश्नोई अपने 4-5 साथियों के साथ प्राइवेट गाड़ी में होटल आए । होटल के बाहर  बैठे एक कर्मचारी से पूछा यहां कैसे बैठे हो ? उसने कहा- होटल का स्टाफ हूं और सोने जा रहा हूं। इसके बाद आईपीएस ने उसे थप्पड़ मार दिया। उन्होंने इसके बाद होटल के स्टाफ उमेश कुमार, महेंद्र गुर्जर और अन्य से मारपीट, गाली गलौज की। फिर वापस चले गए। घटना की सूचना स्टाफ ने होटल मालिक को दी। इसके बाद मालिक ने गेगल थाने को सूचना दी।

होटल कर्मचारियों से मारपीट के बाद राजपूत समाज में आक्रोश, धर्मेंद्र राठौड़ को दिया ज्ञापन
होटल कर्मचारियों से हुई मारपीट के बाद राजपूत समाज में आक्रोश पनप गया। समाज के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ को अजमेर में ज्ञापन दिया।  आईपीएस सुशील बिश्नोई और आईएएस गिरधर कुमार और पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।धर्मेंद्र राठौड़ ने सीएम अशोक गहलोत और अजमेर रेंज आईजी को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद कार्मिक विभाग ने एक्शन लेकर दोनों अफसरों को निलंबित कर दिया।

एएसआई और 2 कॉन्स्टेबल भी किए गए लाइन हाजिर
अजमेर के एसपी चूनाराम जाट ने भी आदेश जारी कर इस मामले में गेगल थाने के एएसआई रूपाराम, कॉन्स्टेबल गौतम और मुकेश यादव को लाइन हाजिर कर किया है। आदेशों में विभागीय जांच प्रस्तावित होने का कारण बताया गया है। डीजीपी उमेश मिश्रा के निर्देश पर एडीजी विजिलेंस बीजू जॉर्ज जोसफ को मामले की जांच सौंपी गई है। माना जा रहा है कि और भी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।

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