देश के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए होने वाली नेशनल एलिजिबिलिटी कम इंट्रेस टेस्ट (NEET-UG) 2023 का रिजल्ट मंगलवार रात जारी कर दिया गया है। तमिलनाडु के प्रभंजन जे और आंध्र के बोरा वरुण चक्रवर्ती ने टॉपर्स रहे हैं। दोनों ने 99.99 पर्सेंटाइल हासिल किए हैं। सबसे अधिक स्टूडेंट्स UP से सफल रहे हैं। इसके बाद महाराष्ट्र और राजस्थान के स्टूडेंट्स सफल रहे हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) यह टेस्ट लेती है।
कुल 20.38 लाख स्टूडेंट्स में से 11.45 लाख स्टूडेंट्स क्वालिफाई हुए हैं। यूपी से 1.39 लाख, महाराष्ट्र से 1.31 लाख, राजस्थान से 1 लाख से अधिक स्टूडेंट्स क्वालिफाई हुए हैं। टॉप 50 में दस लड़कियां हैं।
इस बार, कुल 11 लाख 45 हजार 976 छात्रों ने NEET UG 2023 परीक्षा क्वालिफाई की है, जो कि पिछले साल के 9.93 लाख उम्मीदवारों की तुलना में अधिक है।
इस बार परीक्षा में करीब 20 लाख 87 हजार विद्यार्थी शामिल हुए। ये परीक्षा मेडिकल दाखिले के लिए होती है। इसकी परीक्षा 7 मई 2023 को हुई थी। देश के 499 शहरों के चार हजार से ज्यादा सेंटर्स पर इसकी परीक्षा का आयोजन किया गया था। भारत के अलावा 14 अन्य देशों में भी इसका आयोजन किया था। मणिपुर में हिंसा के चलते वहां के स्टूडेंट्स के लिए अलग से 6 जून को टेस्ट लिया गया था।
NEET-UG 2023:टॉपर्स की लिस्ट
इस बार कट ऑफ बढ़ा
इस बार कट ऑफ 2022 की तुलना में बढ़ा है। जनरल कैंडिडेट्स के मामले में कट ऑफ 2021 में 138, 2022 में 117 और 2023 में 137 रहा। वहीं SC, ST और OBC स्टूडेंट्स के लिए कट ऑफ 2021 में 108, 2022 में 93, 2023 में 107 रहा था। 2020 में सामान्य उम्मीदवारों के लिए कट-ऑफ 147 और आरक्षित श्रेणियों के लिए 113 था।
कैटेगरीवाइज परिणाम के साथ ही कैटेगरीवाइज कटऑफ लिस्ट भी जारी की गई । परीक्षा का परिणाम विद्यार्थी तीन साइट्स पर देख सकते हैं।
1. neet.nta.nic.in
2. neetresults.nic.in
3. nta.ac.in
7 मई और 6 जून दोनों NEET-UG के लिए ऑन्सर की भी जारी की गई है।
पर्सेंटाइल स्कोर यानी क्या
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार किसी स्टूडेंट का NTA पर्सेंटाइल स्कोर यह बताता है कि उस परीक्षा में शामिल होने वाले कितने प्रतिशत स्टूडेंट्स के मार्क्स उससे कम आए हैं। यही वजह है कि हर सेशन के टॉपर को 100 पर्सेंटाइल मिलते हैं।
पर्सेंटेज और पर्सेंटाइल में अंतर भी समझ लीजिए
पर्सेंटेज का मतलब, हर सब्जेक्ट में 100 में से स्टूडेंट को कितने मार्क्स मिले हैं। जबकि, पर्सेंटाइल का मतलब होता है कि कितने प्रतिशत स्टूडेंट्स के मार्क्स आपसे कम हैं। मान लीजिए कि आपने 90% स्टूडेंट्स के ज्यादा मार्क्स हासिल किए हैं तो आपका पर्सेंटाइल 90% होगा।
NEET (नेशनल इलिजिबिलिटी इंट्रेंस टेस्ट) और JEE (जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन) नेशनल लेवल की परीक्षा है। हम आपको NEET-JEE के बारे में बता रहे हैं।
• JEE की परीक्षा साल में दो बार ऑनलाइन होती है। जब आप 12 वीं पढ़ रहे होते हैं, तब से लेकर तीन साल तक आप 6 बार परीक्षा दे सकते हैं।
• JEE 1961 में शुरू हुआ। पहले एक ही परीक्षा होती थी। 2002 से AIEEE भी ली जाने लगी। बाद में इसका नाम JEE Advance कर दिया गया।
• NEET से पहले राज्यों के मेडिकल कॉलेज के लिए अलग PMT और केंद्र के कॉलेजों के लिए AIPMT होता था। 2016 से NEET से ही सभी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश मिलने लगा।
• NEET और JEE दोनों परीक्षाओं में माइनस मार्किंग होती है। हर एक गलत जवाब पर एक चौथाई नंबर काटा जाता है। ये सभी एग्जाम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी कराती है।
• NEET (नेशनल इलिजिबिलिटी इंट्रेंस टेस्ट) मेडिकल कोर्स और JEE (जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन) इंजीनियरिंग कोर्स के लिए एडमिशन की नेशनल लेवल की परीक्षा है।
• NEET-UG से MBBS, BDS जैसे ग्रेजुएट कोर्स में प्रवेश मिलता है। NEET-PG से पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स MS और MD में प्रवेश मिलता है।
• फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स से 12वीं पास या 12वीं पढ़ रहे छात्र JEE Main दे सकते हैं। JEE Main में अच्छी रैंकिंग आती है, वे JEE Advance दे सकते हैं।
• NEET परीक्षा ऑफलाइन होती है। इसमें भाग लेने के लिए 12 वीं में 50% नंबर होने चाहिए। इस परीक्षा में 25 साल की उम्र तक भाग लिया जा सकता है।