नई दिल्ली : CM अरविंद केजरीवाल गुरुवार शाम तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मिलने चेन्नई पहुंचे।उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे। मुलाकात के बाद स्टालिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- हमने आज दिल्ली सरकार के खिलाफ केंद्र के अध्यादेश पर चर्चा की। यह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने आश्वासन दिया है कि डीएमके, AAP और दिल्ली के लोगों के साथ खड़ी रहेगी। उन्होंने कहा- मैंने कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे जी और राहुल जी से मिलने का समय मांगा है और उनके जवाब का इंतजार कर रहा हूं। मुझे विश्वास है कि कांग्रेस को हमारा समर्थन करना चाहिए।
दिल्ली में प्रशासनिक सेवाओं पर नियंत्रण से जुड़े मोदी सरकार के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने देश भर के विपक्षी नेताओं से मिल रहे हैं। 2 जून को वे झारखंड CM हेमंत सोरेन से रांची में मिलेंगे।
CM केजरीवाल अध्यादेश के विरोध में ही विपक्षी दलों का समर्थन हासिल करने देशभर में गैर BJP राज्यों का दौरा कर रहे हैं।
अब तक इतने लोगों से मिल चुके केजरीवाल
पीएम को चिट्ठी लिखकर कहा था- 8 साल में लड़ाई जीती, 8 दिन में पलट दिया फैसला
अध्यादेश का विरोध करने के दौरान केजरीवाल 27 मई को हुई नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की 8वीं बैठक में भी नहीं गए। बल्कि इसके पहले उन्हें पीएम मोदी के नाम एक चिट्ठी लिखी, जिसमें कहा कि पिछले कुछ सालों में गैर-भाजपा सरकारों को गिराया जा रहा है या काम नहीं करने दिया जा रहा। ये हमारे देश का विजन नहीं है।
8 साल बाद दिल्ली वालों ने लड़ाई जीती। सिर्फ 8 दिन में आपने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट का आदेश पलट दिया। आज अगर दिल्ली सरकार का कोई अधिकारी काम ना करे तो लोगों द्वारा चुनी गई दिल्ली सरकार उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकती।
उन्होंने कहा कि जब खुलेआम संविधान का मजाक बनाया जा रहा हो तो मीटिंग में शामिल होने का कोई मतलब नहीं रह जाता।
AAP का 11 जून को रामलीला मैदान में शक्ति प्रदर्शन
केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी 11 जून को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली कर शक्ति प्रदर्शन करेगी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, महारैली में विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की तैयारी है। गोपाल राय ने बताया कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने संविधान का मजाक बना दिया है यह महा रैली इसके खिलाफ है।