नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों का प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने अपने मेडल्स गंगा नदी में बहाने का फैसला लिया। वे हरिद्वार पहुंचे, लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत के मनाने पर वापस लौट आए। टिकैत ने पहलवानों ने पांच दिन का समय लिया है।
अगर मैं गलत पाया जाता हूं तो गिरफ्तारी हो जाएगी
वहीं बृजभूषण सिंह ने देर शाम मीडिया से बातचीत की। उन्होंने पहलवानों की ओर से जांच पर जताई गई निराशा पर कहा- आगे-आगे देखिए होता है क्या। जांच तो करने दीजिए, अब तो हमारे हाथ में कुछ नहीं है। अब तो मामला दिल्ली पुलिस के हाथ में है। बृजभूषण ने कहा- पहलवानों के निवेदन पर ही एफआईआर हुई। अब जांच चल रही है। अब उसमें हम उनकी क्या मदद कर सकते हैं। आज उन्होंने मेडल गंगाजी के बजाय टिकैत को दे दिए, तो ये उनका स्टैंड है, इसमें हम क्या कर सकते हैं। इस्तीफा देने के सवाल पर उन्होंने कहा- हमारा तो कार्यकाल ही पूरा हो चुका है। अगर मैं गलत पाया जाता हूं तो गिरफ्तारी हो जाएगी, इसमें क्या दिक्कत है।
#WATCH | "Let the probe happen, it is in the hands of Delhi Police. If found wrong, then arresting will also take place," WFI chief and BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh reacts to #WrestlersProtest in Haridwar pic.twitter.com/GUE10wH6gP
— ANI (@ANI) May 30, 2023
हरिद्वार में रोते हुए नजर आए पहलवान
पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। जब पहलवान हरिद्वार पहुंचे तो साक्षी मलिक ने मेडल और सर्टिफिकेट अपने सीने से लगा रखा था। बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट भी साथ हर की पौड़ी पहुंचे। सभी रोते दिखे। पहलवानों ने मंगलवार दोपहर अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करने का ऐलान किया था। कहा था कि अब पहलवान इंडिया गेट पर धरने पर बैठेंगे। जंतर-मंतर पर 23 अप्रैल से धरना दे रहे पहलवानों ने 28 मई को नई संसद के सामने महिला महापंचायत का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। इसके बाद पहलवान जंतर-मंतर से लौट गए थे।