अजमेर-किशनगढ़ : राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय की बीएड डिग्री अमान्य:इंटरव्यू से बाहर होने पर चिंता में स्टूडेंट्स, हल निकालने में जुटा प्रशासन

अजमेर-किशनगढ़ : राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूआर) से बीएड व इंटीग्रेटेड एमएससी बीएड करने वाले डिग्रीधारियों की डिग्री को केंद्रीय विद्यालय संगठन ने भर्ती के लिए अमान्य बताकर 60 से ज्यादा डिग्रीधारियों को चिंता में डाल दिया है। इससे डिग्रीधारी अभ्यर्थियों के कॅरियर पर तलवार लटक गई है। अब सीयूआर प्रशासन ऐसे अभ्यर्थियों को राहत देने के लिए केन्द्रीय विद्यालय के आयुक्त से संपर्क कर मामले को हल करने के प्रयासों में जुटा हैं।

साल 2022 में केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा सीधी भर्ती के तहत स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक (पीजीटी) की वैकेंसी निकाली गई थी। इसमें राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के इंटीग्रेटेड एमएससी बीएड और बीएड के 2013 से 2018 तक के डिग्री धारक विद्यार्थियों ने भाग लिया। उन्होंने स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक पात्रता परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली। अभ्यर्थियों को केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा इंटरव्यू और दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया गया। विद्यार्थी मूल दस्तावेज लेकर अलग-अलग केंद्रीय विद्यालय पहुंचे, तो वहां के अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय से सभी प्रकार के इंटीग्रेटेड एमएससी बीएड और बीएड डिग्री लेने वाले विद्यार्थी केवीएस भर्ती अधिसूचना में शामिल नहीं हैं। इसलिए अभ्यर्थियों को साक्षात्कार परीक्षा में अयोग्य बताकर भर्ती से बाहर कर दिया गया। इस पर अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय को मेल कर केवीएस भर्ती प्रक्रिया में शामिल करने का आग्रह किया।

2018 के बैच को मान्यता, 2022 में अटकाया सीयूआर से बीएड व इंटीग्रेटेड एमएससी बीएड कोर्स उत्तीर्ण करने वाले बैच में शामिल 50 अभ्यर्थियों ने 2018 में पीजीटी की परीक्षा दी थी। इसमें उन्होने ने साक्षात्कार में भी क्वालीफाई कर लिया था, लेकिन 2022 के बैच वाले अभ्यर्थियों पर अमान्य की तलवार लटका दी गई है। केवीएस द्वारा साक्षरता परीक्षा में अयोग्य बताने के बाद कई विद्यार्थी राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय पहुंचे और कुलपति प्रोफेसर आनंद भालेराव से मिलने की कोशिश की। अब सीयूआर से पास आउट बीएड व इंटीग्रेटेड एमएससी बीएड डिग्रीधारक विद्यार्थी असमंजस में हैं। कड़ी मेहनत कर पहले तो बीएड डिग्री पूरी की, उसके बाद पीजीटी की पात्रता परीक्षा पास की। उसके बाद भी अयोग्य बताने पर विद्यार्थी निराश हो गए हैं।

सीयूआर के कुलपति प्रोफेसर आनंद भालेराव का कहना है कि जिन विद्यार्थियों ने केन्द्रीय विद्यालय की भर्तियों में आवेदन किया था, उनके द्वारा जानकारी दी गई हैं कि केन्द्रीय विद्यालय द्वारा आयोजित साक्षात्कार के लिए उन्हें पात्र नहीं माना गया है, क्योंकि केन्द्रीय विद्यालय के नियम के अनुसार RIE (Regional Institute of Education) से मान्यता प्राप्त डिग्री को ही योग्य माना जाएगा।

हालांकि, राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय की डिग्री NCTE (National Council for Teacher Education) से मान्यता प्राप्त है। इससे पहले भी केन्द्रीय विद्यालय की भर्तियों में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का चयन हुआ हैं। प्रशासन द्वारा इस संबंध में केन्द्रीय विद्यालय के आयुक्त से संपर्क कर मामले को हल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

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