झुंझुनूं-सिंघाना : सिंघाना कस्बे में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का रविवार को आयोजन किया गया। भागवत कथा में कथा वाचक आचार्य पुष्पेन्द्र चित्रकूट धाम ने ध्रुव चरित्र, वामन अवतार, प्रहलाद चरित्र की कथा सुनाई। इस दौरान कथा में भगवान विष्णु की सजीव झांकी भी निकाली गई।
कथा में मुख्य यजमान जयन्त बलवदा व सौरव बलवदा के सानिध्य में कथा वाचक आचार्य पुष्पेन्द्र चित्रकूट धाम ने कपिल अवतार, ध्रुव चरित्र सृष्टि की रचना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मनुष्य जीवन आदमी को बार-बार नहीं मिलता है। इसलिए इस कलयुग में दया, धर्म भगवान के स्मरण से ही सारी योनियों को पार करता है। मनुष्य जीवन का महत्व समझते हुए भगवान की भक्ति में अधिक से अधिक समय देना चाहिए। उन्होंने बताया कि भगवान विष्णु ने पांचवा अवतार कपिल मुनि के रुप में लिया। पूरे संसार में देव शक्ति को सबसे महत्वपूर्ण माना गया है। भगवान में आस्था रखने से मनुष्य जीवन में सभी दुखों को सहन कर जाता है। समय के काल चक्र व अपने कर्मों के अनुसार मनुष्य को हर परिस्थिति का सामना करने का साहस मिलता है।
मनुष्य को अपने जीवन में सात्विक होकर भगवान का स्मरण करना चाहिए ताकि किसी भी परिस्थिति में उसे आगे बढ़ने के अवसर मिल सके। मनुष्य को जीवन जंतुओं की रक्षा के लिए भी तत्पर रहना चाहिए। भगवान हर व्यक्ति, जीव जंतुओं वह जानवरों को एक ही दृष्टि से देखते हैं। किसी भी काम को करने के लिए मन में विश्वास होना चाहिए तो कभी भी जीवन में असफल नहीं होंगे। इस दौरान श्रीमद् भागवत कथा में भगवान विष्णु की संजीव झांकी सजाई गई, जिस पर भक्तों ने पुष्प वर्षा कर झांकी का स्वागत किया। इसके बाद महाआरती व प्रसादी का वितरण किया गया।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर सिंहराम बलवदा, ओमप्रकाश शर्मा, अनिल शर्मा, अनिल टेलर, अमित सैनी, मुकेश सैनी, हेमराज़ राजोरा, मूलचंद राजोरा, संदीप जाँगीड, विकास राजोरा, लक्की जाट, लीलाधर जाँगीड, जगदीश राजोरा, गिरधारी सैनी सहित अनेक लोग मौजूद थे।