झुंझुनूं : जिला निर्वाचन अधिकारी लक्ष्मण सिंह कुड़ी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए प्रयोग में ली जाने वाली ईवीएम एवं वीवीपेट मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) का कार्य 15 मई शुरू किया जाएगा। वे शुक्रवार वार को कलेक्ट्रेट सभागार में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।
जिला कलक्टर ने बताया कि निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए ईवीएम की प्रथम स्तरीय जांच आवश्यक है। जिला स्तर पर 15 मई से 5 जून तक ईवीएम की एफएलसी का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में मशीनों की प्रथम स्तरीय जाँच की जाएगी और वे मशीनों से संबंधित जिज्ञासाओं पर जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
जिला निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि एफएलसी के बाद ट्रेनिंग एवं जागरूकता अभियान के लिए 10 प्रतिशत मशीन सैट आरक्षित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण एवं प्रचार-प्रसार हेतु रिसोर्स पर्सन को प्रशिक्षित भी किया जाएगा। साथ ही, मोबाईल डेमोंस्ट्रेशन वैन तथा कॉलेज्स एवं विद्यालय स्तर पर कैंपों का आयोजन कर मतदान प्रक्रिया से आम लोगों को, विशेषकर नवीन मतदाताओं, को जागरूक किया जाएगा। आमजन को ईवीएम-वीवीपैट की नॉन टेम्परबिलिटी के बारे में भी बताया जायेगा।
राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों को साथ ही होम वोटिंग, ऑनलाइन वोटर पंजीकरण, 17+ वोटर पंजीकरण, बूथ लेवल एजेंट की नियुक्ति आदि के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी गई। कुड़ी ने बताया कि निर्वाचन विभाग द्वारा जारी की गई वोटर लिस्ट (पूरक सूची )विभाग की वेबसाइट एवं संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के पास देखी जा सकती है।
बैठक में एडीएम जेपी गौड़ और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।