झुंझुनूं-खेतड़ी(लोयल) : खेतड़ीनगर थाना क्षेत्र के लोयल में शुक्रवार को शहीद शीशराम काजला का शहादत दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरपंच महेंद्र सिंह काजला, विशिष्ट अतिथि हंसराम काजला, सुभाषचंद्र थे, जबकि अध्यक्षता वीरांगना रज्जो देवी ने की। कार्यक्रम के दौरान सर्वप्रथम अतिथियों ने शहीद शीशराम काजला की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
वहीं, दो मिनट का मौन धारण कर उन्हें नमन किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सरपंच महेन्द्र सिंह ने कहा कि देश की सेवा करने को लेकर अपने प्राणों का त्याग करने वाला हमेशा अमर रहता है। शीशराम काजला ने भी देश सेवा व अपनी मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देकर गांव का नाम रोशन किया है। इस देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले वीर योद्धा हमारे लिए पूजनीय होते हैं। प्रत्येक व्यक्ति को मांगलिक कार्य में उन्हें याद कर उचित धारणा के लिए प्रेरित करना चाहिए। झुंझुनूं जिले के शौर्य की मिट्टी में जोश और साहस का प्रतीक माना जाता है।
देश के लिए सबसे अधिक सैनिक देने का गौरव झुंझुनूं के जिले के नाम से जाना जाता है। यहां के युवाओं को बचपन से ही सेना में जाने के लिए तैयार किया जाता है जो सरहद पर किसी प्रकार की हलचल होने पर बहादुरी का परिचय देते हैं। झुंझुनूं जिले में सड़क किनारे लगी शहीदों की प्रतिमा युवाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। वर्ष 1988 मे शहीद शीशराम काजला भारतीय सेना में कार्यरत होने के दौरान श्रीलंका में गृह युद्ध होने के दौरान भारत सरकार की ओर से शांति सेना भेजी गई थी।
इस दौरान 5 मई 1988 में भारतीय सेना की ओर से चलाए गए शांति सेना ऑपरेशन के दौरान गोली लगने से देश के लिए वीरगति को प्राप्त हो गए थे। नक्सलियों की सूचना पर उनके नेतृत्व में विशेष ऑपरेशन चलाया गया। कार्यक्रम में अतिथियों व ग्रामीणों ने शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वहीं, शहीद वीरांगना रज्जो देवी का शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस मौके पर विनोद काजला, कप्तान शेरसिंह, हंसराम हवलदार, सुभाष, अरविंद, रोहिताश काजला, सुबेदार शीशराम, राजपाल, सुरेश, विक्रम, सुनील सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।