जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नीलेश मुदगल
झुंझुनूं-चिड़ावा : श्री हरिनाम प्रभात फेरी को एक साल पूरा होने पर रविवार को वार्षिक प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। इस वार्षिक प्रभात फेरी में बड़ी संख्या में कस्बे की महिलाओं और पुरूषाों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। वार्षिक प्रभात फेरी के आरंभ में श्री कल्याण प्रभु के मंदिर में श्री कल्याण प्रभु और लाडली जी को छप्पन भोग की झांकी सजाई गई। वहीं प्रभात फेरी के नियमित सदस्य संदीप हिम्मतरामका व रेखा हिम्मतरामका ने श्रीकल्याण प्रभु तथा श्री बालाजी महाराज के निशान की पूजा अर्चना की। इसके बाद हरे रामा, हरे कृष्णा के जाप के साथ प्रभात फेरी शुरू की गई। प्रभात फेरी श्री कल्याण प्रभु मंदिर से शुरू होकर सब्जी मंडी, चौरासिया मंदिर, चौधरियों का मोहल्ला, धाबाई जी का टेकड़ा, बोड़िया कुआं होते हुए श्रीश्याम मंदिर पहुंची। जहां से गायत्री मंदिर, बावलिया बाबा मंदिर होते हुए चीनी गोदाम पहुंची। जहां पर महावीर मालानी परिवार की ओर से फेरी के सदस्यों का स्वागत किया गया। इसके बाद प्रभात फेरी धर्मप्रेमी झंडीप्रसाद हिम्मतरामका के निवास श्रीश्याम छाया के सामने पहुंची। जहां पर झंडीप्रसाद हिम्मतरामका की अगुवाई में परिवार के सदस्यों ने दोनों निशानों की पूजा की। यहां से सीएमके रेजीडेंसी होते हुए गौशाला रोड शिवालय होते हुए गढ़ का बालाजी होते हुए गांधी चौक गए। फिर गांधी चौक से होते हुए प्रभात फेरी रोजाना की तरह श्री कल्याण प्रभु के मंदिर पहुंचकर आगामी दिन के लिए स्थगित की गई। एक साल पूरे होने पर पहली बार हुए इस वार्षिक आयोजन में ना केवल चिड़़ावा, बल्कि झुंझुनूं, पिलानी व यहां तक की दिल्ली से आए धर्मप्रेमी भी शामिल हुए। अंत में प्रभात फेरी की अगुवाई करने वाने देवानंद चौधरी ने सभी का आभार जताया। साथ ही निवेदन किया कि कस्बे के धर्मप्रेमी महिला और पुरूष नियमित रूप से प्रभात फेरी का हिस्सा बनें।
ढोल के साथ निकली फेरी, पूरे रास्ते फूलों की बारिश
वार्षिक प्रभात फेरी का विशेष आयोजन भी खास तरीके से किया गया। प्रभात फेरी ढोल के साथ शुरू की गई। लेकिन बाद में सैंकड़ों की संख्या में शामिल धर्मप्रेमियों ने केवल तालियों से माहौल को भक्तिमय बनाकर प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों काशी, मथुरा जैसा माहौल बना दिया। वहीं पूरे रास्ते मुख्य सड़कों पर, घरों पर मौजूद लोगों ने फूलों की पत्तियों की बारिश कर फेरी का स्वागत किया। वहीं निशानों की पूजा भी की। चीनी गोदाम के पास महावीर मालानी परिवार की ओर से सभी का स्वागत किया गया। वहीं निशानों की पूजा करने के अलावा सभी का तिलक लगाकर अभिनंदन किया गया। इसके अलावा सीएमके रेजीडेंसी के बाहर भी दामोदरप्रसाद हिम्मतरामका, सुभाष मालानी, निकिता मालानी, मीनू लाठ, आनंद सूरजगढ़िया, अशोक गोयल आदि की अगुवाई में स्वागत किया गया। वहीं धाबाई जी के टेकड़े पर संचालित ब्रह्मकुमारीज के बाहर भी संस्थान की बहनों ने फूलों की बारिश कर स्वागत किया।
कई ग्रुप्स भी हुए शामिल
वार्षिक प्रभात फेरी में कस्बे में संचालित विभिन्न ग्रुप्स के सदस्यों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। यहां तक की लगभग सभी ने फेरी संचालन समिति द्वारा तय ड्रेस कोड में भी दिखे। श्रीश्याम सखी दरबार की महिला सदस्यों के अलावा मॉर्निंग योगा क्लब, शिवा हेल्थ क्लब, सनराइज योगा क्लब, अग्रवाल समाज, ब्रह्म चैतन्य संस्थान, प्रभात फेरी सूरजगढ़, झुंझुनूं व पिलानी के सदस्य, अग्रवाल महासभा, लोक सेवा ज्ञान मंदिर ट्रस्ट समेत अन्य ग्रुप्स के सदस्यों ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया।
झांकी बनी आकर्षण का केंद्र
वार्षिक प्रभात फेरी में श्रीश्याम सखी दरबार के किड्स ग्रुप के बच्चों ने भी हिस्सा लिया। वंशिका केडिया राधा और वैभव केडिया श्रीकृष्ण बनें। फेरी में पूरे टाइम साथ चले। वहीं श्रीकल्याण प्रभु तथा श्री बालाजी महाराज का निशान को हाथों में लेकर चलने वालों में भी होड़ रही। साथ ही निशानों की पूजा और दर्शन करने वालों का भी तांता लगा रहा।
पहले भी 15 साल चली थी प्रभात फेरी
आपको बता दें कि इससे पहले भी प्रभात फेरी श्री हरिनाम संकीर्तन प्रचार मंडल के तत्वावधान में धर्मप्रेमी झंडीप्रसाद हिम्मतरामका, श्याम जांगिड़ और श्याम पुजारी आदि की अगुवाई में संचालित की गई थी।
ये हुए शामिल
वार्षिक प्रभात फेरी में फेरी के नियमित सदस्यों के अलावा प्रसिद्ध समामसजेवी डॉ. मधुसुदन मालानी पिलानी, व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष झंडीप्रसाद हिम्मतरामका, अग्रवाल जन कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रो. केएम मोदी, कोषाध्यक्ष इंद्र सूरजगढिया, साहित्यकार श्याम जांगिड़, सीए राहुल भीमराजका, मुकेश खंडेलवाल, आरएसएस के जिला प्रचारक अक्षय कुमार, नगर संघ चालक संदीप शर्मा, दिल्ली से आए लक्ष्मीकांत अग्रवाल, राजीव गोयल, लोक सेवा ज्ञान मंदिर ट्रस्ट के जिला प्रभारी राधेश्याम सुखाड़िया, तहसील प्रभारी रजनीकांत मिश्रा, कमलेश मालानी, माणकचंद चौधरी, सौरभ सुलतानिया, शुभम गोयल, बाबूलाल डीडवानिया सूरजगढ़, कैलाश चतुर्वेदी, नरेंद्र गिरधर, चंद्रप्रकाश फतेहपुरिया, सीए जितेंद्र गाड़ोदिया आदि शामिल हुए। इस मौके पर इस्कॉन पिलानी व झुंझुनूं से भी आए सदस्यों ने हिस्सा लिया।
लड्डू गोपालों ने भी लिया हिस्सा
वार्षिक प्रभात फेरी में ना केवल महिलाओं, पुरूषों, बच्चों व बुजूर्गों ने बल्कि घरों में पूजे जाने वाले लड्डू गोपालों ने भी हिस्सा लिया। एक दर्जन से अधिक महिलाएं अपने अपने लड्डू गोपाल के साथ प्रभात फेरी में शामिल हुई। वहीं अन्य महिलाओं ने इन लड्डू गोपालों के साथ व फेरी के साथ सेल्फी भी ली।
छाए रहे सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो
प्रभात फेरी के वार्षिक आयोजन रविवार को सोशल मीडिया पर छाया रहा। ना केवल प्रभात फेरी में शामिल, बल्कि अन्य कस्बेवासियों ने भी सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटोज जमकर अपने अपने अकाउंट्स पर शेयर किए।